डब्ल्यूबीजेईई पर मंडरा रहे अनिश्चितता के बादल छंटे, 11 के बदले अब 17 जुलाई को होगी परीक्षा
वेस्ट बंगाल ज्वाइंट एंट्रेंस बोर्ड के चेयरमैन मलयेंदु साहा ने बुधवार को इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा करते हुए कहा कि परीक्षा ऑफलाइन ही होगी और 14 अगस्त तक नतीजे प्रकाशित कर दिए जाएंगे। उसके बाद 15 अगस्त तक तीन चरणों में काउंसिलिंग होगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : वेस्ट बंगाल ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (डब्ल्यूबीजेईई) पर कोरोना की वजह से मंडरा रहे अनिश्चितता के बादल छंट गए हैं, हालांकि परीक्षा कुछ दिन आगे बढ़ा दी गई है। डब्ल्यूबीजेईई अब 11 जुलाई के बदले 17 जुलाई को होगा। वेस्ट बंगाल ज्वाइंट एंट्रेंस बोर्ड के चेयरमैन मलयेंदु साहा ने बुधवार को इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा करते हुए कहा कि परीक्षा ऑफलाइन ही होगी और 14 अगस्त तक नतीजे प्रकाशित कर दिए जाएंगे। उसके बाद 15 अगस्त तक तीन चरणों में काउंसिलिंग होगी।
इस साल 92,695 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठेंगे। 274 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा होगी। परीक्षार्थी अपने घर के पास के केंद्र में परीक्षा दे सके, इसकी व्यवस्था की जा रही है। साहा ने आगे कहा कि नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा, प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय में भर्ती की परीक्षा समेत 11 परीक्षाएं भी होंगी।
सिर्फ नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा चार जुलाई के बदले 31 जुलाई को होंगी। प्रेसिडेंसी में स्नातक स्तर की भर्ती की परीक्षा सात जुलाई को होगी। गौरतलब है कि पिछले साल संक्रमण फैलने से पहले ही डब्ल्यूबीजेईई हो गया था। आमतौर पर अप्रैल में इस परीक्षा का आयोजन होता है। इसके तहत इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी, फार्मेसी और आर्किटेक्चर में भर्ती के लिए प्रवेश परीक्षा ली जाती है।
हर बार राज्य के शिक्षा संस्थानों में कुछ सीटें रिक्त रह जाती हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए पिछले साल अप्रैल के बदले फरवरी में यह परीक्षा कराई गई थी। इस साल 27 मार्च से लेकर 29 अप्रैल तक बंगाल विधानसभा चुनाव होने के कारण परीक्षा को पहले 11 जुलाई को कराने का निर्णय लिया गया था। कुछ समय पहले तक बंगाल में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे थे, उससे डब्ल्यूबीजेईई के भी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की तरह रद् होने की आशंका पैदा हो गई थी लेकिन अब हालात में हुए सुधार को देखते हुए परीक्षा 17 जुलाई को होने जा रही है।