कोलकाता व हावड़ा निगम चुनाव में वीवीपैट का नहीं होगा व्यवहार
राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि इस बार भी निगम चुनाव ईवीएम के जरिए होंगे। चर्चा थी कि पश्चिम बंगाल में पहली बार किसी नगर निगम के चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल वोटर वेरिफिएबल पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) के साथ किया जा सकता था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राज्य में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन या ईवीएम के जरिए चुनाव कोई नई बात नहीं है। कोलकाता और हावड़ा नगर निगम के चुनावों की तिथि घोषित हो गई है। इस दौरान भी ईवीएम के व्यवहार किए जाने की बात निश्चित है। राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि इस बार भी निगम चुनाव ईवीएम के जरिए होंगे। चर्चा थी कि पश्चिम बंगाल में पहली बार किसी नगर निगम के चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल वोटर वेरिफिएबल पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) के साथ किया जा सकता था।
हालांकि आयोग सूत्रों ने इससे इन्कार किया है। 19 दिसंबर को कोलकाता और हावड़ा नगर निगम के चुनाव की संभावना है। आयोग पहले ही राज्य के नगर एवं शहरी विकास विभाग को लिखे पत्र में अपनी सहमति दे चुका है। राज्य चुनाव आयोग ने प्रारंभिक चरण की तैयारी के लिए हावड़ा और दक्षिण 24 परगना के जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, ईवीएम में वीवीपैट इस्तेमाल की चर्चा हुई है। कोलकाता और हावड़ा में नई तकनीक एम-3 टाइप मशीन पर वोट करवाए जाने पर चर्चा भी हुई थी। हालांकि सूत्रों की मानें तो इससे इन्कार किया गया है। ऐसे में एम-2 टाइप मशीन से ही चुनाव करवाए जाएंगे।
दरअसल वीवीपैट पुष्टि करता है कि मतदाता ने किस उम्मीदवार को वोट दिया है। साथ ही मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता पर कोई सवाल नहीं उठता है। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने राज्य के सभी बूथों पर वीवीपैट का इस्तेमाल किया था।
गौरतलब है कि कोलकाता-हावड़ा समेत राज्य के 114 नगर निकायों की मियाद पिछले साल ही पूरी हो चुकी है। राज्य सरकार की तरफ से वहां प्रशासकों की नियुक्ति की गई है। बंगाल में विधानसभा उपचुनाव खत्म हो चुके हैं और अब ममता सरकार जल्द से जल्द नगर निकायों का चुनाव कराना चाहती है। सरकार सबसे पहले कोलकाता व हावड़ा नगर निगम का चुनाव कराना चाह रही है। दूसरी तरफ भाजपा चाहती है कि सभी नगर निकायों का चुनाव एक साथ कराया जाए। इससे पहले भी इसे लेकर हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर हो चुकी है।