Violence in Bengal: बंगाल में थम नहीं रही हिंसा, घाटाल विधानसभा क्षेत्र में दो कार्यकर्ताओं की बेरहमी से की गई हत्या

बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीति हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश भाजपा ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले 24 घंटे के दौरान उसके दो और कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 08:28 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 08:28 PM (IST)
Violence in Bengal: बंगाल में थम नहीं रही हिंसा, घाटाल विधानसभा क्षेत्र में दो कार्यकर्ताओं की बेरहमी से की गई हत्या
घाटाल विधानसभा क्षेत्र में दो कार्यकर्ताओं की बेरहमी से की गई हत्या

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीति हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश भाजपा ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले 24 घंटे के दौरान उसके दो और कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है। इसके अलावा राज्य के विभिन्न स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके घरों पर हमले का भी दावा किया है।

प्रदेश भाजपा की ओर से एक बयान में कहा गया कि पूर्व बर्द्धमान जिले के केतुग्राम में 22 वर्षीय बलराम माजी पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गुंडों ने बेरहमी से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के शक्ति केंद्र के प्रमुख विश्वजीत महेश की तृणमूल के गुंडों ने हत्या कर दी। भाजपा की ओर से दोनों मृत कार्यकर्ताओं की जो तस्वीर जारी की गई है वह इतनी वीभत्स है कि उसमें साफ देखा जा रहा है कि कितने निर्मम तरीके से मारा गया है।

इसके अलावा कोलकाता के जादवपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रिंकू नस्कर के घर पर भी हमला किया गया है। घर को भारी नुकसान पहुंचाने के साथ पंखे तक को खोलकर ले जाने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि उत्तर 24 परगना के मिनाखां व बामनपुकुर क्षेत्र में लगभग 500 भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले कर भारी नुकसान पहुंचाया गया है। जान बचाने के लिए यहां कई गांवों के भाजपा समर्थक घर छोड़कर भाग गए हैं।

इसके अलावा कोलकाता के मटियाब्रुज के वार्ड 139 के मंडल-2 के उपाध्यक्ष मोहम्मद हलदर के साथ भी टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा गाली गलौज व गंभीर शारीरिक उत्पीड़न एवं सार्वजनिक रूप से उन्हें थप्पड़ मारे गए हैं। भाजपा का कहना है कि हलदर का अपराध यही है कि उन्होंने अल्पसंख्यक होने के बावजूद भाजपा का समर्थन किया, इसीलिए टीएमसी ने उन्हें निशाना बनाया है। गौरतलब है कि एक दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया था कि रविवार को चुनाव परिणाम आने के बाद से हुई हिंसा में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जबकि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। वहीं, दो और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है।

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