Violence in Bengal: बंगाल में हिंसा के नाम पर राजनीति कर रही भाजपा, एक भी नेता के साथ कुछ नहीं हुआः तृणमूल

भाजपा राजनीति कर रही है। केंद्र से हमें पर्याप्त संख्या में दवाएं और वैक्सीन नहीं मिल रही है। भाजपा यहां चुनाव बाद हिंसा की बात कहते हुए केंद्र से टीमें भेज रही है। जबकि बंगाल में कहीं कोई हिंसा नहीं हुई एक भी भाजपा नेता के साथ कुछ नहीं हुआ।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:13 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:13 PM (IST)
Violence in Bengal: बंगाल में हिंसा के नाम पर राजनीति कर रही भाजपा, एक भी नेता के साथ कुछ नहीं हुआः तृणमूल
राजनीति कर रही भाजपा, एक भी नेता के साथ कुछ नहीं हुआः तृणमूल

राज्य ब्यूरो, कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) हल्के स्तर की राजनीति कर रही है। केंद्र से हमें पर्याप्त संख्या में दवाएं और वैक्सीन नहीं मिल रही है। भाजपा यहां चुनाव बाद हिंसा की बात कहते हुए केंद्र से टीमें भेज रही है। जबकि बंगाल में कहीं कोई हिंसा नहीं हुई, एक भी भाजपा नेता के साथ कुछ नहीं हुआ। यह बात तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता व विधायक मदन मित्रा ने कही। मित्रा ने कहा कि राज्य में कहीं कोई हिंसा नहीं है, तृणमूल पर हिंसा के गलत आरोप भाजपा की ओर से लगाए जा रहे हैं।

मदन ने कहा कि भाजपा टीके, दवाएं और मेडिकल सहायता बंगाल में भेजने के बजाय केंद्रीय टीम भेज रही हैं। वे यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय टीम भेज रहे हैं कि चुनाव के बाद हिंसा ना हो। हम पूछना चाहते हैं हिंसा कहां है? हम कोलकाता में खड़े हैं। क्या यहां हिंसा हो रही है? क्या यहां भाजपा का एक भी कार्यालय किसी ने जलाया दिया है, क्या बीजेपी के किसी एक भी नेता के साथ कोई बदतमीजी हुई है? कोई मुझे एक भी ऐसा मामला नहीं बता सकता है। फिर क्यों हिंसा की बात की जा रही है। परंतु, उन्होंने इस पर कुछ नहीं कहा कि सोलह लोगों की मौत नहीं मरे हैं तो फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के स्वजनों को दो-दो लाख रुपये आर्थिक मदद देने की घोषणा क्यों की है?

बंगाल में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद सांसद के बयान से तेज हुई अटकलें

कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी के भीतर घमासान मचा हुआ है। इस बीच असंतोष के स्वर दिखाई देने लगे हैं। बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने बुधवार देर रात उनके घर के सामने बमबारी की घटना के बाद केंद्र सरकार पर ही निशाना साधा है। सिंह ने कहा कि उन्हें मारने के लिए एक साजिश रची जा रही है।लेकिन, केंद्र सरकार सिर्फ कानून दिखा रही है। काम कुछ नहीं कर रही है। पार्टी के कार्यकर्ता अपने घरों को छोड़ रहे हैं और उनके घरों को लूटा जा रहा है। उन्हें पीटा जा रहा है। बंगाल की स्थिति 1947 जैसी फिर से होने जा रही है। भाजपा सांसद द्वारा केंद्र सरकार की नीति की आलोचना से स्वाभाविक रूप से राजनीतिक अटकलें तेज हो गई है। वहीं, सीआइएसफ के गार्ड्स की मौजूदगी के बावजूद सांसद के घर के सामने बमबारी कैसे हुई, इसे लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। बता दें कि अर्जुन सिंह पहले तृणमूल कांग्रेस के विधायक थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे और बैरकपुर से सांसद निर्वाचित हुए थे। 

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