कोलकाता की दुर्गा पूजा में चुनाव बाद हिंसा भी बनी थीम, पूजा पंडाल में छाया है अजीब सा सन्नाटा

चुनाव बाद हिंसा में मारे गए लोगों की तस्वीरों से ढक गया है पूजा मंडप विश्वजीत ने कहा कि हम लोगों ने चुनाव के बाद की हिंसा का संदेश देने की भी कोशिश की है। पूजा का नाम स्मृति पूजा रखा गया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 01:40 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 01:45 PM (IST)
कोलकाता की दुर्गा पूजा में चुनाव बाद हिंसा भी बनी थीम, पूजा पंडाल में छाया है अजीब सा सन्नाटा
पूजा पंडाल में छाया है अजीब सा सन्नाटा, ना कोई संगीत और ना ही कोई चमक धमक

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । कोलकाता के कांकुरगाछी की एक दुर्गा पूजा कमेटी ने इस बार अपनी दुर्गा पूजा में चुनाव बाद हिंसा को अपना थीम बनाया है। पूजा पंडाल में अजीब सा सन्नाटा देखने को मिल रहा है। ना कोई संगीत बज रहा है और ना ही कोई चमक धमक है। चुनाव बाद हिंसा में मारे गए लोगों की तस्वीरों से पूजा मंडप को ढक दिया गया है।

दरअसल, इस पूजा के आयोजक भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार थे, जिनकी दो मई को विधानसभा चुनाव के नतीजे के दिन बदमाशों ने हत्या कर दी थी। हत्या का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है। इस साल अभिजीत के भाई विश्वजीत सरकार ने पूजा की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है। पूजा का नाम 'स्मृति पूजा' रखा गया है। अभिजीत के भाई विश्वजीत और मां ने दुख के साथ पूजा जारी रखने का फैसला किया है। परिवार पूजा के जरिए अभिजीत की याद को संजोए रखना चाहता है।

विश्वजीत ने कहा कि हम लोगों ने चुनाव के बाद की हिंसा का संदेश देने की भी कोशिश की है। यह संदेश उन लोगों के लिए है, जिन्होंने राज्य भर में चुनाव के बाद की हिंसा को अंजाम दिया है। अपने प्रियजनों को लोगों से छीन लिया है। तो भले ही यह पूजा कोई धूमधाम न हो, लेकिन उनका दावा है कि संदेश बहुत मजबूत है। यह हिंसा में मारे गए लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी है। भाजपा का दावा है कि राज्य भर में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 40 लोगों की मौत हुई है। 

मालूम हो कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी अपने उन कार्यकर्ताओं को दुर्गा पूजा के दौरान और भी ज्यादा याद करती है, जो बंगाल में चुनाव बाद हिंसा में मारे गए थे और पार्टी हमेशा उनके परिवार के सदस्यों के साथ खड़ी रहेगी। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोष ने दावा किया कि दो मई को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि जान गंवाने वाले पार्टी के कई सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में दुर्गा पूजा समारोह में सक्रिय रूप से भाग लिया था।

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