West Bengal: कोलकाता में रसोई गैस का सिलेंडर फटने से दो घायल
West Bengal कोलकाता में रसोई गैस का सिलेंडर फट जाने से दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों घायलों को इलाज के लिए समीपवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal: शहर के कस्बा इलाके में बुधवार की सुबह रसोई गैस का सिलेंडर फट जाने से दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों घायलों को इलाज के लिए समीपवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारी ने बताया कि एक झुग्गी में रसोई गैस सिलेंडर गैरकानूनी तरीके से रखे गए थे। हम जांच कर रहे हैं कि क्या दोनों घायल इन सिलेंडरों के अवैध भंडारण में शामिल थे। पुलिस के अनुसार, स्थानीय लोगों ने दो सिलेंडरों को समीप ही बह रहे एक बड़े नाले में फेंक दिया। पिछले माह महानगर के बाग बाजार इलाके की झुग्गी-बस्ती में भीषण आग लग गई थी और एक के बाद एक गैस सिलेंडर फटने लगे थे।
दमकल की 25 गाड़ियां मौके पर पहुंच कर आग को काबू किया था। उस समय अधिकारियों ने बताया था कि झुग्गी-बस्ती कई गैस सिलेंडर फट गए थे। जिसके कारण आग तेजी से फैल गई थी। हालांकि उस घटना कोई हताहत नहीं हुआ था। बागबाजार बस्ती के लोगों ने तब आरोप लगाया था कि दमकल की गाड़ियां कम से कम एक घंटे की देरी से मौके पर पहुंचीं थी, जिसकी वजह से आग काबू से बाहर हो गया। उस दौरान आक्रोशित भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों में तोडफोड़ भी की थी, जिसके बाद रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात करना पड़ा था। बावजूद इसके कोलकाता में बस्तियों में आग की घटनाएं नहीं थम रही है।
गौरतलब है कि नैहाटी विस्फोट कांड में तीन उच्च प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। इनमें उत्तर 24 परगना की जिलाधिकारी चैताली चक्रवर्ती, बैरकपुर के पुलिस अधीक्षक मनोज वर्मा और जिले के उद्योग अधिकारी प्रणब नस्कर शामिल हैं। खुद एनआइए के डीजी योगेश चंदर मोदी ने राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय और पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को कार्रवाई की सिफारिश की प्रति भेजी है। पिछले साल नौ जनवरी को नैहाटी के गंगा पार इलाके में जबरदस्त विस्फोट हुआ था, जिससे आसमान में धुएं का गुबार फैल गया था।