ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी करते दो एंबुलेंस चालक गिरफ्तार, ऑक्सीमीटर के लिए 9000 रुपये मांग रहे थे

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को महानगर के जादवपुर थाने की पुलिस ने ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान प्रिंस हलदर उर्फ राहुल और बप्पा रावत उर्फ नेपाल के तौर पर हुई है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 05:35 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 05:35 PM (IST)
ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी करते दो एंबुलेंस चालक गिरफ्तार, ऑक्सीमीटर के लिए 9000 रुपये मांग रहे थे
ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी करते दो एंबुलेंस चालक गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोरोना महामारी के दौरान कहीं ऑक्सीजन तो कहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन समेत अन्य दवाओं समेत ऑक्सीमीटर तक की कालाबाजारी हो रही है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को महानगर के जादवपुर थाने की पुलिस ने ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर निवासी प्रिंस हलदर उर्फ राहुल और बप्पा रावत उर्फ नेपाल के तौर पर हुई है। दक्षिण उपनगरीय डिवीजन के उपायुक्त रशीद मुनीर खान ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि ये दोनों जादवपुर के केपीसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्राइवेट एंबुलेंस ड्राइवर का काम करते थे। दोनों गत रात ऑक्सीमीटर बेचने का दावा कर रहे थे और प्रत्येक ऑक्सीमीटर के लिए 9000 रुपये मांग रहे थे, जबकि दोनों बता रहे थे कि उन्होंने बिना किसी कैश मेमो के प्रत्येक ऑक्सीमीटर को 12 सौ रुपये में खरीदा है। खबर मिलते ही केपीसी अस्पताल के निदेशक ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने दोनों से पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से दो ऑक्सीमीटर बरामद हुए।

रेमडेसिविर के इंजेक्शन की कालाबाजारी में तीन गिरफ्तार

कोलकाताः कोरोना महामारी बंगाल में हर दिन विकराल रूप धारण करता जा रहा है। रोगियों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं, दवा से लेकर ऑक्सीजन तक पर संकेट है। इस महामारी काल में भी इंसानियत के दुश्मन कमाने में लगे हैं। कोरोना के उपचार में अहम रेमडेसिविर इंजेक्शन की खूब कालाबाजारी हो रही है। कोलकाता पुलिस ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते तीन लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। साथ ही उन् लोगों के पास रेमडेसिविर की 132 इंजेक्शन बरामद हुए है। इस रेमडेसिविर के एक इंजेक्शन की कीमत 2,700 रुपये है जिसे 25-25 हजार रुपये में बेचा जा रहा था। राज्य सरकार ने प्राणरक्षक दवाओं की कालाबाजारी रोकने लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। कोलकाता पुलिस की खुफिया विभाग ने इकबालपुर पुलिस को साथ मिलकर देर रात धावा बोला और रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों के नाम राज कुमार राय चौधरी, इंद्रजीत हाजरा और देवव्रत साहु हैं।

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