तृणमूल कांग्रेस ने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में लिखा- कांग्रेस डीप फ्रीजर में, विपक्षी ताकतें चाहती हैं ममता बनर्जी नेतृत्व करें

तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है। तृणमूल ने फिर देश की सबसे पुरानी पार्टी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि यह डीप फ्रीजर में चली गई है क्योंकि विपक्षी ताकतें खालीपन को भरने के लिए अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर देख रही हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:21 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 11:07 PM (IST)
तृणमूल कांग्रेस ने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में लिखा- कांग्रेस डीप फ्रीजर में, विपक्षी ताकतें चाहती हैं ममता बनर्जी नेतृत्व करें
बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है। तृणमूल ने शुक्रवार को एक बार फिर देश की सबसे पुरानी पार्टी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि यह डीप फ्रीजर में चली गई है क्योंकि विपक्षी ताकतें खालीपन को भरने के लिए अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर देख रही हैं। विभिन्न राज्यों में कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को अपने पाले में ला रही टीएमसी ने अपने मुखपत्र जागो बांग्ला में कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लडऩे के लिए प्रतिबद्ध है।

कांग्रेस के खिलाफ प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट का जिक्र करते हुए आलेख में कहा गया है कि सिर्फ चुनाव रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं। डीप फ्रीजर में कांग्रेस शीर्षक वाले आलेख में कहा गया है, टीएमसी लंबे समय से यह कह रही है कि कांग्रेस एक समाप्त हो चुकी ताकत है। उसमें भाजपा से लडऩे का जज्बा नहीं है। पार्टी अंदरूनी कलह से इस कदर उलझी हुई है कि उसके पास विपक्ष को संगठित करने के लिए शायद ही समय या ऊर्जा है।

संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) का अस्तित्व नहीं रह गया है। इसमें आगे कहा गया है, देश को फिलहाल एक वैकल्पिक मोर्चे की जरूरत है और विपक्षी दलों ने वह जिम्मेदारी ममता बनर्जी को दी है। वे खालीपन को भरने के लिए उनकी ओर देख रहे हैं। वह वर्तमान में देश में सबसे लोकप्रिय विपक्षी चेहरा हैं। बताते चलें कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए गुरुवार को ट्विटर पर कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का ईश्वरीय अधिकार नहीं है, खासकर जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार चुकी है। इसके बाद अब तृणमूल ने अपने मुखपत्र के जरिए कांग्रेस पर हमला बोला।

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