Bengal Election:फिर बोले प्रशांत किशोर, भाजपा 100 से अधिक सीटें जीत गई तो छोड़ दूंगा पेशा

बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने फिर दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में आ रही हैं। अगर भाजपा को बंगाल चुनाव में 100 से ज्यादा सीटें मिलीं तो वह अपना पेशा छोड़ कर कुछ दूसरा काम करेंगे।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 07:12 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 07:12 PM (IST)
Bengal Election:फिर बोले प्रशांत किशोर, भाजपा 100 से अधिक सीटें जीत गई तो छोड़ दूंगा पेशा
बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर

राज्य ब्यूरो,कोलकाताः बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में आ रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को बंगाल चुनाव में 100 से ज्यादा सीटें मिलीं तो वह चुनावी रणनीतिकार के रूप में अपना पेशा छोड़ कर कुछ दूसरा काम करेंगे। एक न्यूज चैनल से बातचीत में प्रशांत किशोर ने अपना यह दावा दूसरी बार दोहराया है। 

इससे पहले उन्होंने यही बातें कुछ माह पहले ट्वीट किया था। इस पर जब दैनिक जागरण ने उनसे बात की तो उन्होंने साफ कहा कि भाजपा सौ से अधिक सीटें जीत जाती है तो वह अपना पेशा छोड़ देंगे। साथ ही उन्होंने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को चुनौती दी थी कि सौ सीटें नहीं जीतने पर वह अपना पेशा छोड़ेंगे? इस पर विजयवर्गीय ने कहा था कि हिसा-किताब गुणा-भाग करना उनका काम है। मेरा काम लोगों की सेवा करना और चुनाव लड़ना है।

यूपी में वैसा उतना काम करने को नहीं मिला जैसा हम चाहते थे

-प्रशांत किशोर ने न्यूज चैनल से कहा कि मैं यूपी हारा लेकिन हमें वैसा उतना काम करने को नहीं मिला जैसा हम चाहते थे। लेकिन बंगाल में मेरे पास कोई एक्सक्यूज नहीं है और दीदी ने मुझे मेरे काम में काफी आजादी दी है जैसा मैं चाहता था। अगर मैं बंगाल हारा, मैं यह मान लूंगा कि मैं इस काम के लिए फिट नहीं हूं।

बंगाल में सिर्फ उस दशा में जीत सकती है अगर तृणमूल कांग्रेस अपने आप में ही खत्म हो जाए 

-उन्होंने आगे कहा कि भाजपा बंगाल में सिर्फ उस दशा में जीत सकती है अगर तृणमूल कांग्रेस अपने आप में ही खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में कुछ अंदरूनी विरोधाभास है और भाजपा अंदरूनी खटपट का फायदा बहुत अच्छे से उठाती है।

भाजपा दूसरे दलों के नेताओं पर निशाना साधती है 

-बंगाल चुनाव से पहले कई तृणमूल नेताओं से भाजपा में शामिल होने पर प्रशांत किशोर ने कहा कि यह उनकी (बीजेपी) रणनीति का हिस्सा है। वे दूसरे दलों के नेताओं पर निशाना साधते हैं। आप उन्हें पैसे, पद, टिकट ऑफर करते हैं। इसमें हैरानी जैसा कुछ नहीं है। ऐसा भी कहा गया था कि प्रशांत किशोर की वजह से टीएमसी के कुछ नेता नाराज थे और इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ी। इस पर उनका कहना है कि मैं यहां दोस्त बनाने के लिए नहीं आया हूं। मैं यहां पार्टी को जिताने के लिए हूं। जब मैं यह कर रहा हूं तो कुछ लोगों को लगा कि उन्हें साइडलाइन कर दिया गया। यह पुनर्व्यवस्था है, कुछ व्यवधान की आवश्यकता है। 

भाजपा का 200 सीटें जीतने का दावा सिर्फ हवाबाजी

-भाजपा और अमित शाह का दावा हैं कि वे बंगाल में 200 सीटें जीतेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ हवाबाजी कर रही है ताकि तृणमूल कांग्रेस में घबराहट पैदा हो। लेकिन आप सिर्फ हवा और शोर की बदौलत चुनाव नहीं जीत सकते।

दो मई को पता चल जाएगी सुवेंदु की हैसियत

-सुवेंदु के पार्टी छोड़ने के असर पर कहा कि उनकी शख्सियत को कुछ ज्यादा ही समझा जा रहा था। ऐसा कहा गया कि वह नंदीग्राम के हीरो थे जैसे उन्होंने ही नंदीग्राम बनाया हो। अब दीदी नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं, उन्हें सुवेंदु को हराने दीजिए। दो मई को नतीजों में साफ हो जाएगा कि सुवेंदु की कितनी पकड़ है।

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