बदलेगा तृणमूल कांग्रेस का संविधान, कार्यसमिति बैठक में टीएमसी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का लक्ष्य किया गया निर्धारित
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी बंगाल के अलावा अन्य राज्यों और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी हैं। सोमवार की शाम को तृणमूल कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई जिसमें 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ने की रणनीति बनाई गई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी बंगाल के अलावा अन्य राज्यों और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी हैं। सोमवार की शाम को तृणमूल कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई जिसमें 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ने की रणनीति बनाई गई। ममता के कालीघाट स्थित आवास पर हुई कार्यसमिति की बैठक में बंगाल के अतिरिक्त मेघालय, हरियाणा, गोवा सहित अन्य राज्यों के नेता हाजिर थे।
इस बैठक में लिएंडर पेस, मुकुल संगमा समेत कई नेताओं को कार्यसमिति में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इस समय तृणमूल कार्यसमिति में 21 सदस्य हैं। इसके साथ ही तृणमूल को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर ममता के नेतृत्व में लड़ाई तेज करने की रणनीति बनाई गई। इस बैठक में पार्टी का संविधान बदलने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगाई गई है। साथ ही यह भी निर्ण लिया गया है अभी से ही आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी जाए।
इस बैठक में तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी, राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ-साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोऱ, राज्यसभा में तृणमूल के नेता डेरेक ओ ब्रायन और पार्टी अन्य वरिष्ठ नेता व कार्यकारणी के सदस्य के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा, मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा, हरियाणा के नेता अशोक तंवर, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व नेता पवन वर्मा और टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस भी शामिल थे। जिसमें फैसला किया गया है कि वर्किंग कमेटी की अगली बैठक नई दिल्ली में होगी।
बैठक के बाद डेरेके ओ ब्रायन ने कहा कि कार्यसमिति में सर्वसम्मति से निर्णय हुआ है कि तृणमूल ही एक मात्र भाजपा से लड़ सकती है। उनके नेतृत्व में देश में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को परास्त करने की लड़ाई लड़ी जाएगी।
मुकुल संगमा सहित मेघालय के नेताओं को ममता ने किया सम्मानित
बैठक के बाद पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि पार्टी का संविधान बदलने का प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। सुश्री बनर्जी को सामने रखकर पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूती से आगे बढ़ेगी। इस बैठक में ममता को पार्टी के विस्तार के लिए और भी शक्ति दी गई है। इसी दौरान मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा और उनके साथ कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल हुए नेताओं को ममता ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस दौरान तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी भी मौजूद थे।