West Bengal: नदिया में तृणमूल-भाजपा समर्थकों में संघर्ष, चली गोलियां, 5 घायल

अपने कार्यकर्ताओं को गोली लगने की खबर पाकर रानाघाट उत्तर-पूर्व सीट के तृणमूल के पूर्व विधायक समीर पोद्दार शक्तिनगर अस्पताल पहुंचे। गोली चलाने वाले अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग पर अस्पताल गेट के सामने समर्थकों के साथ वह धरना पर बैठ गये।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 08:36 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 09:45 AM (IST)
West Bengal: नदिया में तृणमूल-भाजपा समर्थकों में संघर्ष, चली गोलियां, 5 घायल
नदिया में तृणमूल-भाजपा समर्थकों में संघर्ष, चली गोलियां, 5 घायल

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सबुज साथी प्रकल्प की सायकिल चोरीकर अवैध रूप से बेचने के आरोप को केंद्र कर हांसखाली थाना के कैखाली में तृणमूल-भाजपा समर्थकों में जमकर संघर्ष हुआ। इस दौरान गोलियां भी चलीं। गोली चलने से दोनों पक्षों के पांच व्यक्ति जख्मी हुए हैं। सभी को इलाज के लिए शक्तिनगर जिला अस्पताल लाया गया, उनमें से दो की हालत गंभीर होने की वजह से कोलकाता के एनआरएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया। अन्य तीन उसी अस्पताल में इलाजरत हैं। तृणमूल कर्मी शीला विश्वास, शुभंकर विश्वास तथा भाजपा कर्मी तपन विश्वास, देवाशिष विश्वास एवं एक अन्य व्यक्ति को गोली लगी है।

दूसरी तरफ अपने कार्यकर्ताओं को गोली लगने की खबर पाकर रानाघाट उत्तर-पूर्व सीट के तृणमूल के पूर्व विधायक समीर पोद्दार शक्तिनगर अस्पताल पहुंचे। गोली चलाने वाले अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग पर अस्पताल गेट के सामने समर्थकों के साथ वह धरना पर बैठ गये। गेट के सामने पुलिस भीड़ हटाने गई तो उस समय पुलिस व कर्मियों के बीच देर तक विवाद होता रहा। अस्पताल में दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच बहस के चलते तनाव की परिस्थिति बनी रही। उनके बीच हस्तक्षेप करके पुलिस नेदोनों पक्षों को हटाने का प्रयास किया, किन्तु कोई भी पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं था। आखिरकार रैफ के जवान अस्पताल में पहुंचे और हालात को काबू में किया।

बैरकपुर के मंगल पांडेय घाट पर युवक डूबा

खड़दह के पीके विश्वास रोड इलाके का निवासी रोहन राय रविवार को सुबह बैरकपुर के मंगल पांडेय घाट पर हाथ-पैर धोने गया था। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह पानी में गिरकर डूब गया। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने मदद की गुहार लगायी। इसकी जानकारी बैरकपुर थाने की पुलिस को मिली। पुलिस ने गोताखोरों को उतारकर रोहन को खोजने के लिये तलाशी अभियान चलाया।

मिली जानकारी के अनुसार रोहन के पिता डिफेंस में थे और इसलिये रोहन का भी शुरू से आर्मी में भर्ती होने का मन था। वो इसके लिये तैयारियां भी कर रहा था। प्रतिदिन की तरह वह आज भी की दौड़ और अन्य एक्सरसाइज करने के बाद बैरकपुर के मंगल पांडेय घाट पर हाथ-पैर धोने गया और तभी उसका पैर फिसल गया। रोहन अपने माता-पिता का इकलौता संतान था। 

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