West Bengal Politics: भाजपा के खिलाफ लड़ाई में तृणमूल ने मांगा वाममोर्चा-कांग्रेस से समर्थन
West Bengal Politics कहा अगर वाममोर्चा और कांग्रेस वास्तव में भाजपा के खिलाफ हैं तो सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता का साथ दें। पार्टी का दावा एकमात्र ममता बनर्जी ही भाजपा के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को वाम मोर्चे और कांग्रेस से भाजपा की‘सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी’ राजनीति के खिलाफ लड़ाई में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का साथ देने की अपील की है। राज्य की 294 विधानसभा सीटों पर अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने पत्रकारों से कहा कि अगर वाममोर्चा और कांग्रेस वास्तव में भाजपा के खिलाफ हैं तो उन्हें भगवा दल की सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ही ‘भाजपा के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा’हैं। रॉय ने दावा कि केंद्र में भाजपा नीत सरकार द्वारा शुरू की गई एक भी योजना सफल नहीं हुई। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस विकास के हितों में रचनात्मक आलोचना में विश्वास रखती है।
बंगाल में राजनीतिक रूप ले चुके पशु-तस्करी के मामले पर उन्होंने कहा कि इसे रोकने की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की है, न कि राज्य पुलिस की। तृणमूल के सांसद ने कहा कि बीएसएफ देश की सीमाओं की रक्षा करती है और वह केंद्र सरकार के अधीन आती है। सीमा पार पुश-तस्करी को रोकना पुलिस की नहीं उनकी जिम्मेदारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अलग-अलग जगह भोजन करने के बजाय उन्हें सीमा पर जाकर देखना चाहिए था कि बीएसएफ अपना काम अच्छे से कर रही है या नहीं। शाह पिछले महीने राज्य के दौरे पर आए थे।
यह पूछे जाने पर कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप घोष क्या भगवा पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे इसपर उन्होंने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा कि डायमंड हार्बर के सांसद एवं तृणमूल की युवा शाखा के प्रमुख अभिषेक बनर्जी को घोष की तुलना में अधिक राजनीतिक अनुभव है, जो 2015 से ही राजनीति में सक्रिय हुए हैं, लेकिन उन्होंने कभी तृणमूल का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनने का दावा पेश नहीं किया। ज्ञात हो कि एक दिन पहले ही सुवेंदु अधिकारी ने वाममोर्चा व कांग्रेस समर्थकों से अपील की थी कि ममता बनर्जी को हराने के लिए भाजपा का समर्थन करें।