बंगाल की खाड़ी में 12 मछुआरों के साथ ट्रॉलर डूबा, अलर्ट की अनदेखी कर गहरे सागर में मछली पकड़ने गए थे मछुआरे
बंगाल के दक्षिण 24 परगना स्थित बकखाली थाना अंतर्गत हिलसा मछली पकड़ने के लिए गहरे सागर में गए मछुआरों का ट्रॉलर डूब गया। इस पर 12 लोग सवार थे। मौसम विभाग के अलर्ट की अनदेखी कर ये मछुआरे सागर में चले गए थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के दक्षिण 24 परगना स्थित बकखाली थाना अंतर्गत हिलसा मछली पकड़ने के लिए गहरे सागर में गए मछुआरों का ट्रॉलर डूब गया। इस पर 12 लोग सवार थे। मौसम विभाग के अलर्ट की अनदेखी कर ये मछुआरे सागर में चले गए थे। घटना शनिवार सुबह की है। दुर्घटनाग्रस्त ट्रॉलर का नाम तारामां-4 है। सूत्रों के अनुसार 12 मछुआरों के साथ सागर की ऊंची-नीची लहरों में ट्रॉलर डूब गया, लेकिन अन्य ट्रॉलरों के मछुआरों की मदद से तारामां-4 के सभी मछुआरों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
बकखाली से दो घंटे का सफर पूरा करने के बाद ट्रॉलर का डेक फट गया और उसमें पानी भरने लगा। ट्रॉलर में सवार मछुआरों ने चिल्लाकर मदद मांगनी शुरू कर दी। आसपास के ट्रॉलरों के साथ वायरलेस से संपर्क करने की कोशिश की गई। कुछ देर बाद मछुआरों के एक और ट्रॉलर ने उन्हें बचा लिया।
गौरतलब है कि 15 जून को सरकारी प्रतिबंध हटाए जाने के बाद हिलसा की तलाश में तारामा-4 नाम के ट्रॉलर में 12 मछुआरे गहरे समुद्र में चले गए थे। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव के कारण आने वाले तूफान की चेतावनी पहले ही मछुआरों को दी जा चुकी थी। फिर भी सभी मछुआरे गहरे समुद्र में मछली पकड़ने निकल गए। दक्षिण 24 परगना मत्स्य विभाग ने सभी मछुआरों से तुरंत बंदरगाह पर लौटने का अनुरोध भी किया था।