Exclusive Interview: राजनीति जैसे गंभीर क्षेत्र में उतरे कॉमेडियन कंचन, शीतलकूची फायरिंग कांड, बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा पर खुलकर बोले
comedian Kanchan Mallick exclusive interview रुपहले पर्दे पर वर्षों से लोगों को गुदगुदाते आ रहे टॉलीवुड के जाने-माने हास्य अभिनेता कंचन मल्लिक ने अब राजनीति जैसे बेहद गंभीर क्षेत्र में कदम रखा है और हुगली जिले की उत्तरपाड़ा विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी हैं।
रुपहले पर्दे पर वर्षों से लोगों को गुदगुदाते आ रहे टॉलीवुड के जाने-माने हास्य अभिनेता कंचन मल्लिक ने अब राजनीति जैसे बेहद गंभीर क्षेत्र में कदम रखा है और हुगली जिले की उत्तरपाड़ा विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी हैं। फिल्मों में वे जितने मजेदार नजर आते हैं, असल जिंदगी में सामाजिक व सियासी मुद्दों को लेकर उनके चेहरे पर गंभीरता उतनी ही साफ झलकती है। कंचन ने शीतलकूची फायरिंग कांड, बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा व टॉलीवुड में तृणमूल की तानाशाही के आरोप समेत विभिन्न मसलों पर वरिष्ठ संवाददाता विशाल श्रेष्ठ से खुलकर बातचीत की। पेश है उसके मुख्य अंश :
प्रश्न : फिल्मों में हास्य कलाकार से अब आप राजनीति जैसे बेहद गंभीर क्षेत्र में हैं। आपको यह कितना आसान या मुश्किल लग रहा?
उत्तर : देखिए, मैं पहले एक रियल्टी शो का एंकर था। लोगों के सामने रहकर काम करता था इसलिए उनके सीधे संपर्क में था। अभी भी जनता के लिए ही काम कर रहा हूं लेकिन दूसरे तरीके से, इसलिए मुझे ऐसा महसूस ही नहीं हो रहा कि कोई दूसरा काम कर रहा हूं। काम एक ही है, जिम्मेदारी जरूर बढ़ गई है।
प्रश्न : उत्तरपाड़ा में चुनाव हो चुका है। अपनी जीत को लेकर कितने आशान्वित हैं?
उत्तर : अपनी जीत को लेकर मैं पहले से कुछ बता नहीं सकता। दो मई को जब नतीजे आएंगे तो ही पता चलेगा लेकिन यह जरूर कहना चाहूंगा कि हमारे विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुआ हैं। हिंसा की कोई घटना नहीं हुई।
प्रश्न : टॉलीवुड से जुड़े बहुत से लोगों ने बहुत जल्दी राजनीति में प्रवेश किया है। आपको नहीं लगता कि इस मामले में आप थोड़ा लेट हो गए?
उत्तर : सही या गलत समय तो मैं नहीं कह सकता लेकिन बंगाल में मैंने अभी जिस तरह के हालात देखे, उसमें मुझे यही सही समय लगा।
प्रश्न : शीतलकूची फायरिंग कांड के लिए विरोधी दल, विशेषकर भाजपा, सीधे तौर पर मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के भड़काऊ भाषण को जिम्मेदार ठहरा रही है? इसपर आप क्या कहेंगे?
उत्तर : यह आरोप सरासर गलत है। गोलियां ममता बनर्जी ने नहीं चलाई थीं। यह बात सही है कि केंद्रीय बल के जवान वहां ड्यूटी कर रहे थे। कुछ लोगों ने अगर वहां गड़बड़ी की थी तो जवान उन्हें तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चला सकते थे। पैर में गोलियां दाग सकते थे लेकिन उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। मरने वालों के सीने में गोलियां लगी थीं। इसे जायज नहीं ठहराया जा सकता।
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प्रश्न : तृणमूल पर टॉलीवुड में सिंडिकेट चलाकर तानाशाही करने का आरोप लगता आया है। आप भी टॉलीवुड का हिस्सा हैं? क्या कहेंगे इसपर?
उत्तर : यह बिल्कुल गलत बात है। अगर तृणमूल टॉलीवुड में सिंडिकेट चलाती और तानाशाही कर रही होती तो उन कलाकारों को काम ही नहीं मिलता, जो भाजपा से जुड़े हुए हैं। वे अभी भी सीना तानकर काम कर रहे हैं।
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प्रश्न : मौजूदा विधानसभा चुनाव में भड़काऊ भाषणों का एक ट्रेंड सा चल पड़ा है। आपकी प्रतिक्रिया?
उत्तर : यह ट्रेंड तो भाजपा के नेताओं ने ही शुरू किया है। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को तो इसे लेकर पुरस्कार मिलना चाहिए। भाजपा नेता व्यक्तिगत तौर पर आक्रमण कर रहे हैं। वे महिला को भी नहीं बख्श रहे। यह अच्छी बात नहीं है।
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प्रश्न : बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा भी बड़ा मसला है। विरोधी दल तृणमूल सरकार को इसमें विफल बता रहे हैं।
उत्तर : महिलाओं की सुरक्षा के मामले में बंगाल और दूसरे राज्यों की रेटिंग देखिए। बंगाल की रेटिंग काफी हाई है। हमारे घर की महिलाएं भी काम करती हैं और रात को बिना किसी डर के लौटती हैं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बंगाल में कोई समस्या नहीं है।
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प्रश्न : निर्वाचित होने पर टॉलीवुड की बेहतरी के लिए क्या करना चाहेंगे?
उत्तर : टॉलीवुड के लिए तृणमूल सरकार ने काफी काम किया है। शूटिंग के शिफ्ट के समय को ठीक किया है। टॉलीवुड से जुड़े लोगों का जीवन बीमा कराया है। उनका मेडिक्लेम भी किया गया है। टॉलीवुड के लिए अभी और भी बहुत कुछ करना है।