West Bengal By Election 2021: बंगाल में तीन सीटों पर उपचुनाव के एलान का टीएमसी ने किया स्वागत, भाजपा ने उठाए सवाल

West Bengal By Election 2021 चुनाव आयोग द्वारा बंगाल उपचुनाव की घोषणा का टीएमसी ने स्वागत किया है। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भवानीपुर सहित राज्य के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में ही उपचुनाव की घोषणा करने पर आयोग की भूमिका पर सवाल उठाया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 05:55 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 09:28 PM (IST)
West Bengal By Election 2021: बंगाल में तीन सीटों पर उपचुनाव के एलान का टीएमसी ने किया स्वागत, भाजपा ने उठाए सवाल
बंगाल उपचुनाव के एलान का टीएमसी ने किया स्वागत, भाजपा ने उठाए सवाल। फाइल फोटो

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में तीन विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को चुनाव कराने की शनिवार को चुनाव आयोग ने घोषणा की है। इनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परंपरागत सीट भवानीपुर भी शामिल है, जहां से वह उपचुनाव लड़ेंगी। मतगणना तीन अक्टूबर को होगी। इधर, चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की घोषणा का टीएमसी ने स्वागत किया है। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भवानीपुर सहित राज्य के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में ही उपचुनाव की घोषणा करने पर आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि दबाव में यह फैसला लिया गया है। दूसरी ओर, भवानीपुर में उपचुनाव की घोषणा के बाद ममता ने अपना उत्तर बंगाल दौरा रद कर दिया है।

इन सीटों पर होंगे चुनाव

चुनाव आयोग के इस एलान के साथ ही ममता की कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा भी एक तरह से टल गया है। दरअसल, इस साल अप्रैल-मई में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान ममता अपनी पारंपरिक भवानीपुर सीट को छोड़ कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ीं थी, लेकिन वह भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गईं थीं। ऐसे में मुख्यमंत्री बने रहने के लिए पांच नवंबर से पहले उनका विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है, इसीलिए उपचुनाव उनके लिए बहुत मायने रखते हैं। निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा है कि भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के साथ 30 सितंबर को बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में शमशेरगंज और जंगीपुर सीट के लिए भी चुनाव होंगे।

दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान इन दोनों सीटों के एक-एक प्रत्याशी की कोरोना से मौत के कारण यहां चुनाव नहीं हुआ था। बंगाल में हालांकि चार और सीटों पर उपचुनाव होने हैं, लेकिन आयोग ने फिलहाल तीन सीटों पर ही चुनाव का एलान किया है। इधर, चुनाव आयोग की इस घोषणा से खासकर ममता बनर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बड़ी राहत की सांस ली है। दरअसल, उपचुनाव में देरी से ममता बनर्जी की कुर्सी पर मंडराते खतरे की वजह से टीएमसी बेचैन थी और बार-बार आयोग से जल्द उपचुनाव की मांग कर रही थी।

'संवैधानिक आवश्यकता के कारण भवानीपुर में कराया जा रहा उपचुनाव'

बयान में कहा गया है कि हालांकि, निर्वाचन आयोग ने अन्य 31 विधानसभा क्षेत्रों और तीन संसदीय क्षेत्रों (देशभर में) में उपचुनाव नहीं कराने का फैसला किया है, लेकिन संवैधानिक आवश्यकता और बंगाल राज्य से विशेष अनुरोध पर विचार करते हुए उसने भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव कराने का फैसला किया है।

दो मंत्रियों की कुर्सी पर संकट बरकरार

इधर, बंगाल में सभी सात सीटों पर उपचुनाव की घोषणा नहीं होने से राज्य के दो मंत्रियों की कुर्सी पर संकट गहरा गया है। इनमें कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय एवं वित्त मंत्री अमित मित्रा हैं। शोभनदेव ने ममता के लिए भवानीपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था।‌ दोनों मंत्री विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में छह महीने के भीतर विधायक नहीं चुने जाने पर उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।

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