कोयला घोटाले में टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को फिर ईडी का समन, 21 को दिल्ली स्थित जांच एजेंसी के कार्यालय में बुलाया
बंगाल में कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में अभिषेक को शनिवार को एक बार फिर समन जारी किया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में अभिषेक को शनिवार को एक बार फिर समन जारी किया है। ईडी के सूत्रों ने बताया कि डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी को 21 सितंबर को दिल्ली में जांच एजेंसी के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि अभिषेक को एक महीने के भीतर ईडी द्वारा भेजा गया यह तीसरा समन है। इससे पहले इस मामले में ईडी अधिकारियों ने छह सितंबर, सोमवार को ही अभिषेक से लगातार नौ घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद बुधवार को उन्हें फिर बुलाया गया था, लेकिन वह दिल्ली नहीं गए थे। इसके बाद उन्हें फिर पूछताछ के लिए समन भेजा है। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले सोमवार को पूछताछ के दौरान अभिषेक ने ईडी के साथ सहयोग नहीं किया था।
पैसों का स्रोत बताने में विफल रहे थे अभिषेक
सूत्रों का कहना है कि अभिषेक बनर्जी से विशेष रूप से कथित बेहिसाब धन के बारे में पूछा गया था जो उनके परिवार के सदस्यों से जुड़ी दो फर्मों द्वारा प्राप्त किया गया था। अभिषेक पैसे के स्रोत की जानकारी देने में विफल रहे थे। ईडी का दावा है कि यह पैसा कोयला तस्करी से जुड़े अपराध का पैसा है। इसके साथ ही टीएमसी के युवा नेता व इस मामले में आरोपित विनय मिश्रा के साथ उनके कथित संबंध को लेकर भी पूछताछ की गई थी, लेकिन उन्होंने उसके बारे में किसी भी जानकारी से इन्कार किया था। मिश्रा फरार चल रहा है।
पिनकान पोंजी घोटाले में अभिषेक के करीबी को भी समन
दूसरी ओर, ईडी ने कई सौ करोड़ रुपये के पिनकान पोंजी घोटाले की जांच के सिलसिले में अभिषेक बनर्जी के करीबी व लीप्स एंड बाउंस के सीइओ संजय बसु को भी समन भेज कर 15 सितंबर को पेश होने को कहा है। पिनकान समूह पर कथित तौर पर अपने हजारों निवेशकों के साथ 800 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। इससे पहले समूह के प्रबंध निदेशक मनोरंजन राय समेत मुख्य अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह है कोयला घोटाला
गौरतलब है कि ईडी ने सीबीआइ की नवंबर, 2020 की एक एफआइआर का अध्ययन करने के बाद मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था। सीबीआइ की एफआइआर में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला घोटाले का आरोप लगाया गया है।इस मामले में अनूप माजी उर्फ लाला मुख्य संदिग्ध है। ईडी का दावा है कि अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं, लेकिन उन्होंने सभी आरोपों से इन्कार किया है।