हिंसा की शिकायत करने SDO आफिस पहुंचीं भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी को TMC कार्यकर्ताओं ने घेरा

बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से लगातार हिंसा के शिकार हो रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को घर वापस लाने के लिए प्रशासन के पास गुहार लगाने पहुंचीं हुगली से भाजपा सांसद लाॅकेट चटर्जी को विरोध का सामना करना पड़ा।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:43 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 11:43 AM (IST)
हिंसा की शिकायत करने SDO आफिस पहुंचीं भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी को TMC कार्यकर्ताओं ने घेरा
हिंसा की शिकायत करने एसडीओ आफिस पहुंचीं भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी को TMC कार्यकर्ताओं ने घेरा

राज्य ब्यूरो, कोलकता। बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे  घोषित होने के बाद से लगातार  हिंसा के शिकार हो रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को घर वापस लाने के लिए प्रशासन के पास गुहार लगाने पहुंचीं हुगली से भाजपा सांसद लाॅकेट चटर्जी को विरोध का सामना करना पड़ा। आरोप है कि कुछ तृणमूल समर्थित कार्यकर्ताओं ने हुगली के धनियाखाली महकमा अधिकारी कार्यालय के समक्ष बमबाजी भी की। परिस्थिति समान्य करने के लिए जिला प्रशासन को यहां बड़ी तादाद में पुलिस बल को तैनात करना पड़ा।

मालूम हो कि दो मई को बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से हुगली जिले के धनियाखाली समेत कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा कर्मियों के ऊपर किए जा रहे हमले को लेकर शुक्रवार को हुगली की सांसद लाॅकेट चटर्जी घनियाखाली महकमा अधिकारी (एसडीओ) कार्यालय गईं थी।

आरोप है कि जब वे कार्यालय पहुंचीं तो कुछ लोगों ने उन्हें देख गो बेक का नारा लगाने लगे। इस बीच कुछ समाज विरोधियों द्वारा बमबाजी भी की गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि जिला प्रशासन को वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात करना पड़ा। सांसद लाॅकेट चटर्जी ने कहा कि रिजल्ट घोषणा होने के बाद से हुगली जिले के चुंचुड़ा, पांडुआ तथा धनियाखाली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कर्मियों पर जिस प्रकार से हमले हो रहे है, उसी के लिए में धनियाखाली महकमा शासक से मिलने गईं थी।

कुछ देर तक उनसे बातचीत के बाद अचानक वहां बमबाजी शुरू हो गईं और मुझे देखकर अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। लाॅकेट ने कहा कि इस घटना की शिकायत मैंने जिला अधीक्षक एवं गृह मंत्रालय से की है। इसके बाद यहां पहुंची पुलिस की टीम ने मुझे एसडीओ कार्यालय से सुरक्षित निकाला। उन्होंने कहा कि जब सांसद के साथ ऐसा हो रहा है तो समझा जा सकता है कि राज्य में आम लोगों की क्या स्थिति है।

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