Weather Forecast : दुर्गापूजा को लेकर अदालत में चल रही खींचतान के बीच बदलने लगा है मौसम का मिजाज

Weather Forecast बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ निम्न दबाव सूबे के तटवर्ती इलाकों की तरफ बढ़ने लगा है। फिल्हाल दुुुुुर्गा पूजा के दिनों में कोलकाता समेत सूबे के विभिन्न जिलों में भारी बारिश के बढ़े आसार।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 05:27 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 05:27 PM (IST)
Weather Forecast : दुर्गापूजा को लेकर अदालत में चल रही खींचतान के बीच बदलने लगा है मौसम का मिजाज
24 घंटे में गुजरात, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी भारी बारिश शुरू होने की संभावना है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की विश्वविख्यात दुर्गापूजा को लेकर अदालत में चल रही खींचतान के बीच मौसम का मिजाज बदलना शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने पहले ही दुर्गापूजा के दिनों में कोलकाता समेत सूबे के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की संभावना जता दी थी, जो सच साबित होती नजर आ रही है। बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ निम्न दबाव सूबे के तटवर्ती इलाकों की तरफ बढ़ने लगा है, जिसके फलस्वरूप विभिन्न जिलों में आने वाले दिनों में भारी बारिश के आसार हैं।

अलीपुर मौसम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल में 21 व 22 अक्टूबर को तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है। बंगाल के साथ-साथ पड़ोसी राज्य ओड़िशा में भी भारी बारिश के आसार हैं। यही नहीं, आगामी 24 घंटे में गुजरात, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी भारी बारिश शुरू होने की संभावना है। 

गौरतलब है कि मानसूनी बादल बंगाल से  अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक विदाई ले लेते हैं लेकिन निम्न दबाव की सृष्टि होने के कारण इस बार पूजा में भी बारिश की संभावना पैदा हो गई है। बारिश की वजह से एक ओर जहां दुर्गापूजा के उत्सवी मिजाज पर असर पड़ सकता है, वहीं यह कोरोना का बढ़ता संक्रमण रोकने में वरदान भी साबित हो सकती है। महाराष्ट्र में गणेशोत्सव व केरल में ओणम के आयोजन के दौरान वहां कोरोना के मामले बेहद तेजी से बढ़ गए थे। बंगाल के मामले में भी यही आशंका जताई जा रही है।

सूबे में कोरोना संक्रमण का दैनिक आंकड़ा 4,000 के आसपास पहुंच चुका है। पिछले कुछ दिनों में इसमें रोजाना करीब 1,000 मामलों की बढ़ोतरी हुई है। पूजा में जिस तरह की भीड़ उमड़ने की उम्मीद की जा रही है, उससे इस आंकड़े को रोजाना पांच हजार को पार करने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। ऐसे में बारिश एक तरह से उम्मीद बनकर आई है और यह लोगों को पूजा के दिनों में घरों से निकलने से रोकने में कारगर साबित हो सकती है।

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