बंगाल सियासत में ढीले पड़ रहे वाममोर्चा को मिला पुराने साथी का साथ, मिलकर करेंगे आंदोलन

वाममोर्चा और भाकपा (माले) लिबरेशन ने बैठक कर लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय। दोनों ने साथ मिलकर नए सिरे से बनाई योजना। दोनों 27 सितंबर को मिलकर देशव्यापी हड़ताल करेंगे। इसी तरह त्रिपुरा में माकपा नेताओं व समर्थकों पर हो रहे हमले का भी वे मिलकर प्रतिवाद करेंगे।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 06:57 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 06:57 PM (IST)
बंगाल सियासत में ढीले पड़ रहे वाममोर्चा को मिला पुराने साथी का साथ, मिलकर करेंगे आंदोलन
त्रिपुरा में लोकतंत्र संकट, वहां भाजपा सरकार बनने के बाद वाममोर्चा के नेता-कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे।

 राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में दिन-ब-दिन सियासी जमीन खोते जा रहे वाममोर्चा को अपने पुराने साथी भाकपा (माले) लिबरेशन का साथ मिला है। दोनों ने साथ मिलकर नए सिरे से आंदोलन करने की योजना तैयार की है। वाममोर्चा और भाकपा (माले) लिबरेशन ने बैठक कर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।

पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस की मूल्यवृद्धि एवं केंद्र सरकार की विभिन्न नीतियों के खिलाफ दोनों 27 सितंबर को मिलकर देशव्यापी हड़ताल करेंगे। इसी तरह त्रिपुरा में माकपा नेताओं व समर्थकों पर हो रहे हमले का भी वे मिलकर प्रतिवाद करेंगे।

गौरतलब है कि वाममोर्चा व भाकपा (माले) लिबरेशन में विभिन्न समय मतभेद देखा गया है लेकिन एक बार फिर उनमें एकजुटता देखी जा रही है। बैठक के बाद वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नए कृषि कानून को निरस्त करने, राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों का निजीकरण रोकने, पेट्रोल डीजल व रसोई गैस के दाम कम करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर 27 सितंबर को देशव्यापी हड़ताल की जाएगी।

बोस ने आगे कहा कि त्रिपुरा में लोकतंत्र संकट में है। वहां भाजपा की सरकार बनने के बाद से वाममोर्चा के नेता-कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं। वाममोर्चा और भाकपा (माले) लिबरेशन संयुक्त रूप से इसकी कड़ी निंदा करते हैं और इसके खिलाफ मिलकर प्रतिवाद करेंगे।

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