Covid-19 Third Wave: दो वैक्सीन का डोज थर्ड कोविड वेव से बचाने में काफी कारगर, अध्ययन में किया जा रहा दावा
Covid 19 Third Wave इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार कोविड वैक्सीन ले चुके लोग यदि कोविड से संक्रमित भी होते हैं तो केवल 10% को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ेगी। वैक्सीनेशन लेने वाले लोगों में मौत का आंकड़ा 0.4% के करीब रहने की संभावना है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राज्य में कोरोना वायरस के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया तो जारी है। हालांकि वैक्सीन के डबल डोज से काफी लोग दूर हैं। यह भी कहा जा सकता है कि अब भी दूसरा डोज मिलना काफी मुश्किल सा साबित हो रहा है। ऐसे में जरूरत है कि लोग कोरोना वायरस को लेकर वैक्सीनेशन प्रक्रिया पर और जोर दें। इससे ही आगामी दिनों में कोविड के थर्ड वेव से बचाव किया जाना संभव है।
डॉ.राजेश कुशवाहा, ऑर्थोपैडिक सर्जन कहते हैं कि दरअसल जितने अधिक लोगों को वैक्सीन लगी रहेगी, वह कोरोना वायरस के संक्रमण से कम प्रभावित होंगे। यही वजह है कि कोविड काल में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन पर जोर दिए जाने की बात कही जा रही है। डॉ.श्यामाशिष बंद्योपाध्याय, अपोलो ग्लिनिगल्स हॉस्पिटल, कोलकाता के कंसलटेंट व मेडिकल डॉयरेक्टर कहते हैं कि कोविड की थर्ड वेव कब आएगी, यह तो नहीं पता, हालांकि सेकेंड वेव का असर अब भी जारी है। ऐसे में अधिक से अधिक लोग वैक्सीन के दायरे में आ जाएं, यह आवश्यक है।
वैक्सीन लेने वाले के संक्रमित होने पर 10% को ही पड़ेगी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने टीकाकरण के बाद कोविड संक्रमण होने के कारणों को समझने के लिए हाल में अध्ययन किया है। इसमें देखा जा रहा है कि कोविड वैक्सीन ले चुके लोग यदि कोविड से संक्रमित भी होते हैं, तो केवल 10% को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ेगी। वैक्सीनेशन लेने वाले लोगों में मौत का आंकड़ा 0.4% के करीब रहने की संभावना है। वरिष्ठ फिजिशियन, डॉ. एस.के.सोंथलिया ने कहा कि टीकाकरण, रोग की गंभीरता से लोगों को बचाने में कारगर हो रहा है। यदि किसी में संक्रमण होता भी है तो वह अधिक घातक नहीं होगा, ऐसे ही आंकड़े सामने आ रहे हैं।