बारिश का फायदा उठाकर तस्करी का प्रयास विफल, बीएसएफ ने 32.99 किलोग्राम चांदी के आभूषण किए जब्त

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सीमावर्ती उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करों के मंसूबों को नाकाम करते हुए 32.99 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए। बीएसएफ द्वारा जारी बयान में बताया गया कि जब्त आभूषण की अनुमानित कीमत 1337678 रुपये हैं।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:16 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:16 AM (IST)
बारिश का फायदा उठाकर तस्करी का प्रयास विफल, बीएसएफ ने 32.99 किलोग्राम चांदी के आभूषण किए जब्त
भारत-बांग्लादेश सीमा के पास जब्त चांदी के साथ बीएसएफ जवान।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सीमावर्ती उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास शनिवार को तस्करों के मंसूबों को नाकाम करते हुए 32.99 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए। बीएसएफ द्वारा जारी बयान में बताया गया कि जब्त आभूषण की अनुमानित कीमत 13,37,678 रुपये हैं। तस्करों द्वारा बारिश का फायदा उठाकर इन आभूषणों को उत्तर 24 परगना में सीमा चौकी तराली क्षेत्र से तस्करी लिए बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।

बयान के मुताबिक, 19 जून (शनिवार) को बीएसएफ की खुफिया विभाग द्वारा प्राप्त सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी तराली, 112वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक एक विशेष तलाशी अभियान चलाया। दोपहर लगभग 12:05 बजे जवानों ने एक संदिग्ध व्यक्ति (तस्कर) को पटसन के फसल के बीच बैग लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा की तरफ आते देखा। जब सीमा पर डटे जवान ने उसे चुनौती दी तो तस्कर बैग को खेतों के बीच फेंक कर भागने लगा। जवानों ने उसका पीछा किया, लेकिन लगातार हो रही बारिश और ऊंची फसल का फायदा उठा कर तस्कर वापस भारतीय क्षेत्र की तरफ भागने में सफल रहा।

बीएसएफ द्वारा पूरी इलाके की सघन तलाशी ली गई तो जूट फसल के बीच एक बैग पाया गया जिसके अंदर से 32.99 किलोग्राम चांदी के आभूषण बरामद किया गया। जब्त आभूषणों को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंप दिया गया है।

बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की प्रशंसा की

इधर, 112वीं बटालियन, बीएसएफ के कार्यवाहक कमांडेंट चंद्रशेखर अपने साथ अधीनस्थ अधिकारी प्रदीप वर्मा को लेकर मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस सफलता के लिए जवानों की पीठ थपथपाई।उन्होंने बताया कि उनके इलाके में तस्कर नित नए तरीके अपनाकर तस्करी का प्रयास करते है तथा खराब मौसम का फायदा उठाना चाहते है। लेकिन सतर्क जवान तस्करों के हर मंसूबे को विफल कर दे रहे हैं।

chat bot
आपका साथी