चिटफंड मामलों की जांच कर रहे सीबीआइ के दो एसपी का अचानक तबादला
सीबीआइ अगले साल सारधा चिटफंड मामले में अंतिम चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है। इसके पहले ही जांच से जुड़े दो एसपी का तबादला कर दिया गया है। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि अचानक इन अधिकारियों के तबादले क्यों किए गए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में बहुचर्चित सारधा, रोजवैली सहित कई चिटफंड मामलों की जांच में शामिल सीबीआइ के दो एसपी स्तर के अधिकारियों का अचानक तबादला कर दिया है।इस तबादले से तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। दोनों अधिकारी कोलकाता के साल्टलेक में सीजीओ कांप्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय में पदस्थापित थे। जानकारी के मुताबिक, इसमें एक अधिकारी एसपी शांतनु कार्के को बेंगलुरु जबकि दूसरे को मुंबई स्थानांतरित किया गया है।
सीबीआइ के सूत्रों का कहना है कि हालांकि अभी तक दोनों अधिकारियों का रिलीज ऑर्डर यहां नहीं पहुंचा है। एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि उनकी जगह अभी तक किसी की नियुक्ति नहीं हुई है। वर्तमान में एक एसपी अतिरिक्त प्रभार में हैं। सूत्र के मुताबिक, एसपी रैंक के दो अधिकारियों के तबादले के बाद चिटफंड मामलों की जांच की कमान जल्द ही नए एसपी को सौंपी जाएगी।
सारधा मामले में चार्जशीट दायर करने वाली है सीबीआइ, उससे पहले हुआ तबादला
बता दें कि सीबीआइ अगले साल सारधा चिटफंड मामले में अंतिम चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है। इसके पहले ही जांच से जुड़े दो एसपी का तबादला कर दिया गया है। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि अचानक इन अधिकारियों के तबादले क्यों किए गए। हालांकि, सीबीआइ के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह एक नियमित तबादला है। देशभर में कुल 40 अधिकारियों का तबादला किया गया है।
सीबीआइ के अन्य अधिकारी का मानना है कि उनके स्थानांतरण से चिटफंड मामलों की जांच में बाधा आएगी। गौरतलब है कि तीन साल पहले साल 2018 में कोलकाता में सीबीआइ के मुख्य अधिकारी अभय सिंह का भी तबादला कर दिया गया था। वह भी सारधा, नारद स्टिंग समेत कई जांच में शामिल थे। उनका तबादला पटना कर दिया गया था।बता दें कि बंगाल में चिटफंड घोटाला हजारों करोड़ का है।