स्कूल आने वाले छात्रों को पहनना होगा मास्क, विद्यालय में होगा आइसोलेशन रूम

शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर 28 पन्ने की निर्देशिका जारी की है। स्कूल खोलने के लिए शिक्षा विभाग ने जारी की गाइडलाइन। स्कूल खुलने से पहले पहुंच जाएगी बुकलेट। शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण का उल्‍लेख।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:44 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 09:09 PM (IST)
स्कूल आने वाले छात्रों को पहनना होगा  मास्क, विद्यालय में होगा आइसोलेशन रूम
राज्य ने माता-पिता और छात्रों में कोरोना के खिलाफ जागरूकता की जिम्मेदारी दी है।

 राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोरोना महामारी की वजह से करीब 20 माह से बंद स्कूल-कालेजों को 16 नवंबर से खोलने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषणा के बाद राज्य शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर 28 पन्ने की निर्देशिका जारी की है। इसमें साफ कर दिया गया है कि स्कूलों को उक्त नियमों का पालन करना होगा। विद्यार्थियों को मास्क पहनने के साथ-साथ सैनिटाइजर रखना होगा और स्कूल को एक अलग आइसोलेशन रूम बनाना होगा।

स्कूल खुलने से पहले पहुंच जाएगी बुकलेट

बता दें कि बंगाल में लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुल रहा है, लेकिन दुर्गा पूजा के बाद से राज्य में संक्रमण बढ़ गया है। ऐसे में अगर स्कूल खुलता है तो छात्रों के लिए नियम क्या होंगे? शिक्षकों से लेकर स्कूल अन्य कर्मचारियों को क्या करना होगा? स्कूल शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य विभाग की सलाह से 28 पन्नों की तैयार की गई निर्देशिका भेज दी है। यह ‘स्कूल रियोपेन बुकलेट’ स्कूल खुलने से पहले हर स्कूल में पहुंच जाएगा।

शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण का उल्‍लेख

स्कूल शिक्षा विभाग ने कोरोना संक्रमण नियंत्रण में आने के बाद नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया है। इस स्कूल रियोपेन निर्देशिका में शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण का भी उल्लेख किया गया है, ताकि अगर किसी को बुखार है या बीमार है, तो क्या किया जाएगा।

स्थिति व बुनियादी ढांचे पर हो कक्षा संचालित

शिक्षाविद या डाक्टर बार-बार कहते रहे हैं कि यदि संभव हो तो दो पालियों में कक्षाएं लगाएं। यहां यह भी कहा गया है कि स्थिति और बुनियादी ढांचे के आधार पर, स्कूल दो पालियों में कक्षाएं संचालित कर सकता है, अर्थात् सुबह और दिन।

कोरोना के प्रति जागरूक रहें, रहना होगा सावधान

राज्य ने स्कूलों को माता-पिता और छात्रों को कोरोना के खिलाफ जागरूक करने की जिम्मेदारी भी दी है। कोरोना के प्रति जागरूक रहें। क्या किया जा सकता है और क्या नहीं किया जा सकता है, इस बारे में सावधान रहना होगा।

chat bot
आपका साथी