बंगाल में केएमसी चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज, नामांकन शुरू, पूर्व मेयर फिरहाद हकीम ने दाखिल किया नामांकन

कोलकाता नगर निगम(केएमसी) चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। साथ में नामांकन भी शुरू हो चुकी है। एक दिसंबर नामांकन का अंतिम दिन है। उससे पहले सभी प्रमुख दलों ने अपने-अपने पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 06:06 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 06:06 PM (IST)
बंगाल में केएमसी चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज, नामांकन शुरू, पूर्व मेयर फिरहाद हकीम ने दाखिल किया नामांकन
सभी प्रमुख दलों ने अपने-अपने पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोलकाता नगर निगम(केएमसी) चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। साथ में नामांकन भी शुरू हो चुकी है। एक दिसंबर नामांकन का अंतिम दिन है। उससे पहले सभी प्रमुख दलों ने अपने-अपने पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। सबसे वाममोर्चा ने सूची जारी की थी। उसी दिन रात में तृणमूल कांग्रेस और शनि व रविवार को दो चरणों में कांग्रेस ने प्रत्याशी सूची जारी की थी।

सोमवार को भाजपा ने भी एक साथ 144 वार्डोंं के लिए सूची जारी कर दी। इसी बीच  सोमवार को कोलकाता नगर निगम के पूर्व मेयर व पूर्व प्रशासकन और मंत्री फिरहाद हकीम ने 82 नंबर वार्ड से तृणमूल उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के बाद फिरहाद हकीम ने चुनाव में जीत का दावा किया। बता दें कि फिरहाद हकीम सीएम ममता बनर्जी के विश्वासी मंत्रियों में से एक हैं। तृणमूल के एक पद, एक व्यक्ति की नीति के तहत यह माना जा रहा था कि उन्हें केएमसी चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अंततः पार्टी ने उन्हें सहित एक सांसद और छह विधायकों को उम्मीदवार बनाया है।

बता दें कि कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर अपने नाम की घोषणा होने के बाद फिरहाद हकीम ने शनिवार को केएमसी के मुख्य प्रशासक के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ केएमसी की प्रशासक मंडली के 11 सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया था। फिरहाद हकीम के अलावा जिन लोगों ने इस्तीफा दिया है, उनमें अतीन घोष, देवाशीष कुमार, देवब्रत मजुमदार, तारक सिंह, राम प्यारे राम, इंद्राणी साहा बंद्योपाध्याय, मंजर इकबाल समेत अन्य शामिल थे।

केएमसी के चुनाव के लिए पहली बार स्ट्रांग रूम तैयार किया जा रहा है। हर बार की तरह बोरो-आधारित मतगणना केंद्र नहीं होंगे। केएमसी के दायरे में आने वाले किसी एक जगह पर सभी वार्डों के वोटों की गिनती होगी। कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य चुनाव आयोग ने यह अभूतपूर्व कदम उठाया है। गौरतलब है कि सूबे में अब तक लोकसभा व विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को संरक्षित रखने के लिए स्ट्रांग रूम तैयार किए जाते रहे हैं? अब इसमें नगर निकायों का चुनाव भी शामिल होने जा रहा है। केएमसी का चुनाव 19 दिसंबर को होने वाला है।

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