उत्तर बंगाल में भारी जलप्रलय से राज्य सचिवालय सतर्क, 3000 पर्यटक फंसे
उत्तर बंगाल में मूसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हो गया है जिससे करीब 3000 पर्यटक दार्जिलिंग व आसपास के इलाकों में फंस गए हैं। सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से लेकर आपदा प्रबंधन की पूरी टीम राहत कार्य में जुटी हुई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। उत्तर बंगाल मूसलाधार बारिश की चपेट में है। कई स्थानों पर भूस्खलन होने से जनजीवन प्रभावित हो गया है। भारी बारिश के कारण ट्रैकिंग रोक दी गयी है तथा कुछ सड़कों को बंद भी करना पड़ा। करीब 3000 पर्यटक दार्जिलिंग व आसपास के क्षेत्र में फंसे हुए हैं। इस जलप्रलय पर राज्य सरकार पूरी तरह से अलर्ट है। सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से लेकर आपदा प्रबंधन की पूरी टीम राहत कार्य में जुटी हुई है। सैकड़ों कर्मचारी कार्य में लगे हुए हैं। नवान्न में कंट्रोल रूम से पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है जबकि जल सम्पद भवन में भी बाढ़ कंट्रोल रूम खोला गया है। यहां से बंगाल के प्रभावित सात से आठ जिलों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जिला के अधिकारी हर एक स्थिति की सूचना दे रहे हैं। बता दें कि दार्जिलिंग के अलावा, अगले 24 घंटों में अलीपुरदुआर, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों में भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।
पूजा के दौरान भारी संख्या में पर्यटक गये हैं दार्जिलिंग
जानकारी के मुताबिक दुर्गापूजा के दौरान भारी संख्या में विभिन्न जगहों से पर्यटक दार्जिलिंग में घूमने के लिए गये हुए हैं। पूजा खत्म होते ही कई पर्यटक वहां से निकल गये, मगर जो मंगलवार व बुधवार को निकलने वाले थे, उनके लिए आफत आ गयी। दार्जिलिंग के डीएम एस पोनामबलम ने बताया कि रास्ता अवरुद्ध हो जाने के कारण ऐसे करीब 1900 पर्यटक जहां ठहरे थे वे वहीं ठहरे रहेंगे, साथ ही जो अगले कुछ दिनों तक दार्जिलिंग में घूमने वाले थे वे भी फिलहाल बाहर नहीं जा सकेंगे। कुल मिलाकर ऐसे पर्यटकों की संख्या 3000 होगी।
बांधों पर असर नहीं
सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल अधिक बारिश व डीवीसी द्वारा पानी छोड़े जाने से राज्य के बांधों पर भारी असर पड़ा। कई बांध टूट गये तथा कई क्षतिग्रस्त हो गये। फिलहाल नार्थ बंगाल के जिलों में अभी बांधों पर असर नहीं पड़ा है, हालांकि बारिश काफी ज्यादा हुई है। अधिकारी ने कहा कि हमलोग अलर्ट हैं।