West Bengal: ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में लघु ऋण उद्योग की बड़ी भूमिका
ग्रामीण समाज के निर्माण में महिलाओं की भागीदारी पहले की तुलना में अधिक बढ़ी है। वे कृषि पशुपालन सिलाई आदि जैसे व्यवसाय के साथ जुड़ कर अपने परिवारों को समृद्धि बनाने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने के दिशा में काम कर रहीं हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। ग्रामीण समाज के निर्माण में महिलाओं की भागीदारी पहले की तुलना में अधिक बढ़ी है। वे कृषि, पशुपालन, सिलाई आदि जैसे व्यवसाय के साथ जुड़ कर अपने परिवारों को समृद्धि बनाने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने के दिशा में काम कर रहीं हैं। यह बात कोलकाता में वीएफएस के एमडी और सीईओ कुलदीप माइती ने कही है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा संचालित ग्रामीण इलाकों के ऐसे छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने में देश की लघु ऋण प्रदानकरी संस्थानों की बड़ी भूमिका रही है। और ग्रामीण इलाकों के गरीब महिलाओं को आय सृजन गतिबिधियों के लिए ऋण देने के साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की इस दौड़ में पश्चिम बंगाल की अग्रणी माइक्रोफाइनेंस संस्था विलेज फाइनेंशियल सर्विसेस ने अपनी स्थिति को लगातार मजबूत किया है।
वीएफएस का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में 10 लाख से अधिक गरीब महिलाओं तक पहुंचने और उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करना है। कुलदीप माइती ने कहा कि, “महिला सशक्तीकरण ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम अपने देश में महिलाओं के लिए वित्तीय स्वतंत्रता आवश्यकता और महत्व को समझते है। हमारा मानना है कि गृहिणियों के वित्तीय सशक्तीकरण से ही गरीब परिवारों का तेजी से विकास संभव है"।
उन्होंने आगे कहा, "हम ग्राहकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाते हैं, बैंक के काम करने के तरीके के बारे में समझाते हैं और डिजिटल ट्रांजेक्शन के फायदे बताते हैं। इसके अलावा, उनके बेहतर जीवन के लिए कौशल विकास, अच्छे स्वास्थ्य, बच्चों के लिए शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी जागरूकता फ़ैलाने का प्रयास करते हैंl’