सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को धमका रही शांतिनिकेतन की पुलिस, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ने ट्वीट में लगाया आरोप

सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा ने आरोप लगाया कि बंगाल के बीरभूम जिले की एक सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को पुलिस अधिकारियों ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के उन नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पर धमकी दी जिन्होंने कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 06:37 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 06:37 PM (IST)
सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को धमका रही शांतिनिकेतन की पुलिस, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ने ट्वीट में लगाया आरोप
सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ने ट्वीट किया शांतिनिकेतन की पुलिस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को शिकायत के लिए धमका रही है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को तृणमूल कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध शिकायत दर्ज करने पर बंगाल पुलिस ने कथित रूप से धमकी दी है। सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा ने आरोप लगाया कि बंगाल के बीरभूम जिले की एक सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को पुलिस अधिकारियों ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के उन नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पर धमकी दी, जिन्होंने कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।

अधिवक्ता अरोड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा कि शांतिनिकेतन के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को पीड़िता के घर पहुंचे और तृणमूल नेताओं पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाने के लिए उसे धमकाया। पुलिस अधिकारियों ने कथित तौर पर उसे धमकी देते हुए कहा कि वह शुक्रवार रात ही उसे पुलिस स्टेशन ले जाएंगे, क्योंकि उसने तणमूल नेताओं के खिलाफ शिकायत की है। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और सामाजिक कार्यकर्ता डा श्रुति मिश्रा ने एक आडियो क्लिप साझा की है, जिसमें पीड़िता आपबीती सुनाई है।

श्रुति मिश्रा ने अपने ट्वीट में कहा कि बंगाल में संविधान, कानून, मूल अधिकार, इंसानियत सब कुछ दांव पर लगा हुआ है। पीड़ित महिला को इंसाफ़ दिलाने की जगह पुलिस उल्टा पीड़िता को गिरफ्तार करने पहुंची है, वह भी रात को आठ बजे। मिश्रा द्वारा शेयर किए गए आडियो क्लिप में पीड़िता कह रही है कि शांतिनिकेतन थाने के छह पुलिस अधिकारी उसके घर आए और उसके पिता को धमकाया कि वे उसकी बेटी को थाने ले जाएंगे।

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