कागद्वीप में गिरा निर्माणाधीन ब्रिज, एक महीने में तीसरा पुल गिरा

मजेरहाट व सिलीगुड़ी के बाद दक्षिण 24 परगना के काकदीप में एक निर्माणाधीन सेतु के धराशाई होने का मामला प्रकाश में आया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 03:08 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 03:46 PM (IST)
कागद्वीप में गिरा निर्माणाधीन ब्रिज, एक महीने में तीसरा पुल गिरा
कागद्वीप में गिरा निर्माणाधीन ब्रिज, एक महीने में तीसरा पुल गिरा

कोलकाता,जेएनएन। जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में सोमवार सुबह एक निर्माणाधीन ब्रिज गिर गया। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। ब्रिज निर्माण का काम बीते दो साल से कालनागिरी नदी के ऊपर पश्चिम स्टिमर घाट व पश्चिम गंगाधरपुर को जोडऩे के लिए चल रहा है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह 9.30 बजे ब्रिज गिरा तब कुछ ही दूरी पर कुछ बच्चे खेल रहे थे हालांकि बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें किसी प्रकार की चोट नहीं आई है। दक्षिण 24 परगना जिले के मजिस्ट्रेट वाय रत्नाकर राव ने बताया कि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि यह घटना सोमवार को सुबह में हुई। उन्होंने बताया कि एक टीम स्थिति का जायजा ले रही है और आगे इस पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। 

बता दें कि सितंबर महीने में राज्य में पुल के गिरने को लेकर यह तीसरा हादसा है। चार सितंबर को दक्षिण कोलकाता के माझेरहाट में पुल गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई थी।

सात सितंबर को उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी के निकट एक पुराना पुल गिरने से एक ट्रक चालक घायल हो गया था जबकि कागद्वीप में ब्रिज गिरने का यह तीसरा हादसा है। इससे पहले साल 2016 में 31 मार्च को महानगर के बड़ाबजार स्थित पोस्ता में निर्माणाधीन ब्रिज का एक हिस्सा गिर गया था जिसमें कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। 

सोमवार को ब्रिज गिरने के हादसे को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि निर्माणाधीन ब्रिज का हिस्सा स्टिीमर घाट इलाके में गिरा। इनका कहना है कि ब्रिज निर्माण होने के समय में ही एक दरार देखी गई थी लेकिन तब इंजीनियरों ने जांच कर बताया था कि इससे कोई समस्या नहीं है। लेकिन सोमवार को आखिरकार ब्रिज का एक हिस्सा गिर गया। 

बता दें कि राज्य सरकार ब्रिज हादसे को लेकर ब्रिज कमीशन बनाने की योजना बना रही है। इस बाबत सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में विभागीय अधिकारियों और संबंधित विभाग के मंत्रियों के बीच अहम बैठक भी हुई है।

जानकारी हो कि पिछले दिनों सिलीगुडी महकमा के भारत बांग्लादेश सीमांत मानगच्छ में ईंट ले जा रहे लॉरी के पार करते समय ब्रिज टूट गया। संयोग रहा की ब्रिज पर ही लॉरी लटकी हुई है। चालक भयभीत होकर उतरने के क्रम में घायल हो गया। गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को कोलकाता में ब्रिज गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य जख्मी हो गए थे। 

जानकारी के अनुसार यह ब्रिज फांसीदेवा से मानगच्छ जाने वाले मार्ग के पिछला नदी पर 2002 में तैयार किया गया था। इसकी लंबाई 30 मीटर है। इसके पहले भी 11 अगस्त को फांसीदेवा  में एशियन हाइवे में बन रहा पुल गिर गया था। संयोग था कि इसमें कोई घायल नहीं हुआ था। इसको लेकर भी राजनीति अब तक हो रही है।

गौरतलब है अभी 4 सितंबर को कोलकाता में भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था जब घंटेभर की मूसलाधार बारिश के बाद दक्षिण कोलकाता के माजेरहाट में रेल लाइन के ऊपर बने फ्लाईओवर का हिस्सा व्यस्त समय पर भरभराकर गिर पड़ा था। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी। जबकि दर्जनों घायल हो गए थे। एकाएक हुए इस हादसे में पुल से गुजर रही यात्री बस और कई छोटे वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। हादसे में 20 से अधिक लोग जख्मी भी हुए थे। घटना से लोगों में चीख पुकार मच गई थी। 

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