बंगाल में ध्रुवीकरण की राजनीति बढ़ाने के प्रयास में भगवा पार्टी धार्मिक पहचान को निशाना बना रही : फिरहाद हकीम

हकीम ने भाजपा के इस दावे की आलोचना की कि वह राज्य को ‘मिनी पाकिस्तान’ बना देंगे। वह राष्ट्रवादी हैं और धुव्रीकरण की कोशिश भारतीय संविधान की भावना के विपरीत है। भगवा दल ने ‘केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके फंसाने’ की धमकी देकर उन्हें ‘डराया और ब्लैकमेल’ किया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:17 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:17 PM (IST)
बंगाल में ध्रुवीकरण की राजनीति बढ़ाने के प्रयास में भगवा पार्टी धार्मिक पहचान को निशाना बना रही : फिरहाद हकीम
हकीम ने कहा राज्य में बार-बार आ रहे वे लोग ‘बाहरी’ हैं, जिन्हें बंगाल की संस्कृति की कतई जानकारी नहीं’।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के करीबी समझे जाने वाले नेता फिरहाद हकीम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया है कि वह ध्रुवीकरण की राजनीति को और आगे बढ़ाने की कोशिश के तहत उनकी धार्मिक पहचान को निशाना बना रही है। हकीम ने भाजपा के इस दावे की आलोचना की कि वह राज्य को ‘मिनी पाकिस्तान’ बना देंगे। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रवादी हैं और राजनीति के धुव्रीकरण की कोशिश भारतीय संविधान की भावना के विपरीत है।

उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) ध्रुवीकरण के लिये एक व्यक्ति को मुसलमान या पाकिस्तानी करार देते हैं। यह संविधान (की भावना), भारत के गौरव और मूल्यों के खिलाफ है।’ ‘भाजपा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संयुक्त साझेदारी चला रही है। उन्होंने ममता दीदी और हमारी पार्टी के अन्य नेताओं पर व्यक्तिगत हमले करके चुनाव का स्तर बहुत गिरा दिया है। केवल व्यक्तिगत हमले करना राजनीति नहीं हो सकती। बंगाल के लिए उनके पास क्या एजेंडा है?’

भाजपा के इशारे पर केंद्रीय एजेंसियां चुनाव में सक्रिय

-उन्होंने कहा, ‘भाजपा के इशारे पर केंद्रीय एजेंसियां चुनाव में सक्रिय हैं।’ उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी एजेंसियों का बहुत सम्मान करते थे, लेकिन अब संशय पैदा होने लगा है। फिरहाद ने दावा कि उनके कई पार्टी सहयोगी भाजपा में इसलिए शामिल हो गए क्योंकि भगवा दल ने ‘केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके फंसाने’ की धमकी देकर उन्हें ‘डराया और ब्लैकमेल’ किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके साथ भी यही साजिश करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

बंगाल में भाजपा का प्रभाव बढऩा बहुत खतरनाक

-हकीम ने कहा, ‘बंगाल में भाजपा का प्रभाव बढऩा बहुत खतरनाक है। इसका कारण यह है कि भाजपा का मतलब सांप्रदायिकता, गतिरोध, बेरोजगारी है। भाजपा का उदय वाम शासन से भी अधिक खतरनाक है।’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत भाजपा शासित अन्य राज्यों में कानून-व्यवस्था बंगाल से बहुत खराब है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस साल के विधानसभा चुनाव को पहले के चुनावों की तुलना में मुश्किल समझते हैं, हकीम ने दु:ख भरे लहजे में कहा, ‘आप क्या इसे चुनाव कहते हैं? हमने माकपा (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) के खिलाफ जो चुनाव लड़ा था, वह राजनीतिक था, लेकिन अब कोई राजनीति नहीं है।

भाजपा की रणनीति झूठी अफवाहें फैलाना

-भाजपा की रणनीति झूठी अफवाहें फैलाना है और वे किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। वे दुष्प्रचार के लिए मीडिया, सोशल नेटवर्किंग मंचों आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं।’ हकीम ने कहा कि ‘राज्य में बार-बार आ रहे वे लोग ‘बाहरी’ हैं, जिन्हें बंगाल की संस्कृति की कतई जानकारी नहीं’ है।

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