West Bengal: बंगाल में 8 महीने बाद लोकल ट्रेन सेवा शुरू होते ही शारीरिक दूरी के नियमों की उड़ी धज्जियां

बंगाल में 8 महीने बंद रहने के बाद लोकल ट्रेनें दौड़नी शुरू हो गईं। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ती दिखीं। ट्रेनें चलाने से पहले रेलवे और सरकार ने कोरोना वायरस को देखते हुए शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किए जाने का आश्वासन दिया था।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 11 Nov 2020 03:11 PM (IST) Updated:Wed, 11 Nov 2020 03:11 PM (IST)
West Bengal: बंगाल में 8 महीने बाद लोकल ट्रेन सेवा शुरू होते ही शारीरिक दूरी के नियमों की उड़ी धज्जियां
कई यात्री बिना मास्क और बिना शारीरिक दूरी के ही ट्रेन में सफर करते दिखे।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में करीब 8 महीने से ज्यादा समय बंद रहने के बाद बुधवार सुबह से पटरी पर लोकल ट्रेनें दौड़नी शुरू हो गईं। हालांकि तमाम दावों के बावजूद इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ती दिखीं। लोकल ट्रेनें चलाने से पहले रेलवे और राज्य सरकार ने कोरोना वायरस को देखते हुए शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किए जाने का आश्वासन दिया था।

सुबह के समय ट्रेनों में कम भीड़ दिखी, लेकिन नौ बजते ही ऑफिस टाइम में भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस दौरान शारीरिक दूरी की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। सफर के दौरान बड़ी तादाद में यात्री एक-दूसरे से सटकर बैठे दिखाई दिए। लोगों ने कोरोना नियमों का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा। कई यात्री बिना मास्क और बिना शारीरिक दूरी के ही ट्रेन में सफर करते दिखे।

आज सुबह से शुरू हुई ट्रेन सेवाएं

बंगाल में पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे के तहत चलने वाली लोकल ट्रेन सेवाएं सुबह से शुरू की गईं। पूर्व रेलवे के सियालदह खंड में 413 उपनगरीय ट्रेनें जबकि हावड़ा खंड में 202 ट्रेनें चलनी शुरू हुई है, वहीं दक्षिण-पूर्व रेलवे 81 लोकल ट्रेनों को चला रहा है।

दरअसल, लोकल रेल सेवा को शुरू करने से पहले बंगाल सरकार और रेलवे प्रशासन के बीच कई बार बैठकें भी हुई थीं। बैठक में ट्रेन सेवा शुरू करने के दौरान कोरोना महामारी के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की बात पर सहमति बनी थी।

सियालदह और हावड़ा शाखा के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के प्रवेश और निकासी के अलग-अलग रास्ते भी बनाए गए हैं। वहीं स्टेशन के बाहर जीआरपी और स्टेशन के अंदर आरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है। वहीं सभी यात्रियों के लिए मास्क पहनना भी अनिर्वाय किया गया है। इन सब के बावजूद पहले दिन ही नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी। 

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