West Bengal: टीकाकरण कैंप लगाने वाले फर्जी आइएएस मामले में खुलासा, कोई भी वैक्सीन नहीं थी एक्सपायर

बंगाल की राजधानी कोलकाता के कसबा थाना इलाके में टीकाकरण अभियान आयोजित करने वाले फर्जी आइएएस अधिकारी देवांजन देब से पूछताछ में कई तथ्य सामने आ रहे हैं। जांच में उसके पास से बरामद सारी वैक्सीन सही सलामत मिली हैं और कोई भी एक्सपायर नहीं थी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 04:41 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 04:41 PM (IST)
West Bengal: टीकाकरण कैंप लगाने वाले फर्जी आइएएस मामले में खुलासा, कोई भी वैक्सीन नहीं थी एक्सपायर
जब्त की गई शीशियों को जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि पता लगाया जा सके वे असली हैं या नहीं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की राजधानी कोलकाता के कसबा थाना इलाके में टीकाकरण अभियान आयोजित करने वाले फर्जी आइएएस अधिकारी देवांजन देब से पूछताछ में कई तथ्य सामने आ रहे हैं। कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने गुरुवार सुबह बताया कि अभी तक की जांच में उसके पास से बरामद सारी वैक्सीन सही सलामत मिली हैं और कोई भी एक्सपायर नहीं थी।

दरअसल इसी कैंप में तृणमूल सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती ने भी टीका लगाया था लेकिन मैसेज नहीं मिलने के बाद संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। देवांजन ने खुद को नगर निगम का जॉइंट कमिश्नर बताया था और बिना अनुमति टीकाकरण कैंप लगवाया था।

मुरलीधर शर्मा ने बताया कि अभी तक, हमें ऐसी कोई शिशी नहीं मिली है जिसकी एक्सपायरी डेट हो। हालांकि, आगे की जांच जारी है। जब्त की गई शीशियों को जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि पता लगाया जा सके कि वे असली हैं या नहीं। आरोपित से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि उसने कितने कैंप लगाए थे? अब तक हम जान सके हैं कि उसने उत्तर कोलकाता के एक कॉलेज में और कसबा में टीकाकरण शिविर का आयोजन किया था। उसने ऐसे शिविर क्यों आयोजित किए? फंड किसने दिया? उसने वैक्सीन कहां से प्राप्त किया?

उसने अपनी नकली पहचान का उपयोग करके कौन से कार्य किए? उसके साथ कोई और जुड़ा है या नहीं?, आदि के बारे में पता लगाया जा रहा है। हालांकि उसका कहना है कि उसने कोलकाता के बागड़ी मार्केट से वैक्सीन खरीदी थी लेकिन पुलिस को इस पर संदेह है क्योंकि बाजार में कोरोना की वैक्सीन नहीं बिकती है।

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