West Bengal Politics: प्रशांत किशोर की नजर अब प्रियंका गांधी वाड्रा के दायित्व वाले क्षेत्र पर

एक समय प्रियंका के विश्वासपात्र रहे ललितेशपति त्रिपाठी पीके के माध्यम से जल्द तृणमूल में शामिल हो सकते हैं। ललितेशपति ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। 2019 में कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी बनाया था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

By Priti JhaEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 03:36 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 03:39 PM (IST)
West Bengal Politics: प्रशांत किशोर की नजर अब प्रियंका गांधी वाड्रा के दायित्व वाले क्षेत्र पर
प्रशांत किशोर की नजर अब प्रियंका गांधी वाड्रा के दायित्व वाले क्षेत्र पर

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) की नजर अब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के दायित्व प्राप्त क्षेत्र पर है। सूत्रों से पता चला है कि एक समय प्रियंका के विश्वासपात्र रहे ललितेशपति त्रिपाठी पीके के माध्यम से जल्द तृणमूल में शामिल हो सकते हैं। ललितेशपति ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। पहले उनके समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलें थीं लेकिन अब खबर है कि पीके का हाथ पकड़कर वे तृणमूल के खेमे में जा सकते हैं।

कयास यह भी है कि तृणमूल ललितेशपति को उत्तर प्रदेश में पार्टी का राज्य अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है। ललितेशपति ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा व जीता था। 2019 में कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी बनाया था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसपर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि जहां भी कांग्रेस और भाजप में सीधी लड़ाई होती है, वहां तृणमूल भाजपा से 'सुपारी' लेकर कांग्रेस को तोड़ने में जुट जाती है।

अधीर ने पिछले दिनों हुई कांग्रेस की कार्यकारी समिति की बैठक में कहा कि तृणमूल खुद को 'असली कांग्रेस' के रूप में स्थापित करने की कोशिशों में लगी हुई है इसलिए कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रही है।

गौरतलब है कि तृणमूल गोवा व त्रिपुरा में पहले ही कांग्रेस में सेंधमारी कर चुकी है और अब उसकी नजर उत्तर प्रदेश पर है। सूत्रों से पता चला है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के कई क्षुब्ध नेताओं के वह संपर्क में है। 

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