सिंहभूम लोकसभा चुनाव में विभीषण की भूमिका निभाने वाले होंगे बेनकाब

लोकसभा चुनाव 2019 में सिंहभूम सीट खोने से भारतीय जनता पार्टी में खलबली मच गई है। मोदी लहर के बावजूद सिंहभूम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद लक्ष्मण गिलुवा को महागठबंधन की प्रत्याशी गीता कोड़ा ने 72 हजार से अधिक वोटों से हराया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 08:11 PM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 06:48 AM (IST)
सिंहभूम लोकसभा चुनाव में विभीषण की भूमिका निभाने वाले होंगे बेनकाब
सिंहभूम लोकसभा चुनाव में विभीषण की भूमिका निभाने वाले होंगे बेनकाब

सुधीर पांडेय, चाईबासा : लोकसभा चुनाव 2019 में सिंहभूम सीट खोने से भारतीय जनता पार्टी में खलबली मच गई है। मोदी लहर के बावजूद सिंहभूम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद लक्ष्मण गिलुवा को महागठबंधन की प्रत्याशी गीता कोड़ा ने 72 हजार से अधिक वोटों से हराया है। भाजपा आलाकमान अगले कुछ दिनों में इस हार की समीक्षा कर पार्टी को विधानसभा चुनाव में दमदार तरीके से उतारने के लिए बड़ा निर्णय ले सकता है। साथ ही चुनाव में विभीषण की भूमिका निभाने वालों की भी पहचान कर उन्हें बेनकाब किया जाएगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो सिंहभूम अंतर्गत पड़ने वाले पश्चिमी सिंहभूम जिला की चार विधानसभा चाईबासा, मझगांव, चक्रधरपुर और मनोहरपुर में पूर्व विधायकों के प्रदर्शन की बारीकी से जांच की जाएगी। आने वाले विधानसभा चुनावों में उसी के आधार पर टिकट का बंटवारा किया जाएगा। ऐसे में जेबी तुबिद, बड़कुंवर गागराई, गुरुचरण नायक और स्वयं लक्ष्मण गिलुवा को विधानसभा चुनाव से पहले अग्निपरीक्षा से गुजरता पड़ सकता है। दरअसल, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लोकसभा चुनाव में पार्टी को सिंहभूम के सभी पूर्व विधायकों को अपनी-अपनी विधानसभा से 10-10 हजार अधिक मत दिलाने का लक्ष्य दिया था। इसमें भी विशेष तौर पर उन पूर्व विधायकों को ज्यादा जिम्मेदारी दी थी जो पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से खड़े हुए थे मगर वे लोग लक्ष्य हासिल करना तो दूर की बात, पिछले चुनाव में मिले मत भी बरकरार नहीं रख पाए। सरायकेला को छोड़कर शेष सभी विधानसभा में गीता कोड़ा ने गिलुवा को बड़े अंतर से हराया है। विधानसभावार प्रदर्शन पर नजर डालें तो मझगांव और चाईबासा में भाजपा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। मझगांव से बड़कुंवर गागराई और चाईबासा का जेबी तुबिद नेतृत्व करते हैं। गीता कोड़ा को मझगांव में 88,418 और लक्ष्मण गिलुवा को 29,093 मत मिले। यहां गीता कोड़ा को कुल 59,325 वोटों से बढ़त मिली। इसी तरह चाईबासा में गीता को 91,678 और गिलुवा को 37,982 मत मिले। इस विधानसभा में 53,696 वोटों से गीता आगे रहीं। इन दोनों विधानसभा से गीता कोड़ा को 1,13021 वोटों से बड़ी बढ़त मिली। इसी बढ़त ने गीता कोड़ा की जीत सुनिश्चित कर दी और सिंहभूम की पहली महिला सांसद बनने का गौरव उन्हें प्राप्त हुआ। अब छह माह के भीतर झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। लोकसभा चुनाव में मिली हार को पाटने के लिए भाजपा पूरी ताकत के साथ वापसी करना चाहेगी मगर इससे पहले आलाकमान पूर्व विधायकों का पोस्टमार्टम करने की तैयारी कर रहा है।

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विधानसभावार प्रदर्शन एक नजर में

विधानसभा गीता कोड़ा लक्ष्मण गिलुवा

चाईबासा -- 91678 37982

जगन्नाथपुर - 57056 44148

मनोहरपुर - 58264 52152

चक्रधरपुर - 58485 55182

मझगांव - 88418 29092

सरायकेला - 77644 140603

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