बंगाल में टीकाकरण के बाद संक्रमित होने वाले लोगों के जीनोम अनुक्रमण की योजना
विभाग ऐसे मरीजों के जीनोम अनुक्रमण की योजना बना रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उनके कोरोना वायरस ‘स्ट्रेन’ में कोई आनुवंशिक बदलाव हुआ है। तीसरी लहर के बारे में विशेषज्ञों की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए निर्णय।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक लेने के बाद भी लोगों के संक्रमित होने की खबरों के बीच पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग ने पूरे राज्य में निगरानी को बढ़ाने और ऐसे लोगों के जीनोम अनुक्रमण का निर्णय किया है। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि विभाग ऐसे मरीजों के जीनोम अनुक्रमण की योजना बना रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उनके कोरोना वायरस ‘स्ट्रेन’ में कोई आनुवंशिक बदलाव हुआ है। अधिकारी के अनुसार, इस तरह के अनुक्रमण का निर्णय वैश्विक महामारी की संभावित तीसरी लहर के बारे में विशेषज्ञों की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
अधिकारी ने कहा, जीनोम अनुक्रमण परीक्षण उन लोगों पर किया जाना चाहिए, जो पूरी तरह से टीकाकरण के बाद भी संक्रमण की चपेट में आ गए। प्राथमिक उद्देश्य यह पता लगाने का है कि क्या टीके ने वायरस के खिलाफ काम किया है या यह उत्परिवर्तित हो गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर बंगाल के जिलों में जिला प्रशासन ने जीनोम अनुक्रमण करने का निर्णय किया है, जहां पूर्ण टीकाकरण के बाद लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं।
बंगाल में अब तक तीन करोड़ से ज्यादा लोगों को लगा टीका
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बंगाल में अब तक कुल 3,00,88,279 (तीन करोड़ से ज्यादा) लोगों को टीका लगाया जा चुका है। मंगलवार को 4,80,089 टीके लगाए गए। इनमें 3,88,923 लोगों को पहला डोज एवं 91,166 लोगों को दूसरा डोज लगाया गया।
दूसरी और राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से नौ और लोगों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 18,170 हो गई है। इसके अलावा संक्रमण के 756 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 15,30,024 तक पहुंच गई है। इनमें ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 15,01,087 है। संक्रमण की दर 1.19 फीसद है।