पूर्व रेलवे में राजभाषा पखवाड़ा का आयोजन, महाप्रबंधक ने कहा- हिंदी के माध्यम से रेलवे देश को एक सूत्र में बांधती है
कोलकाता स्थित पूर्व रेलवे के मुख्यालय में राजभाषा पखवाड़ा 2021 का आयोजन किया गया। इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का हिंदी दिवस संदेश का वाचन किया। डॉ. राम आह्लाद चौधरी व्याख्याता कलकत्ता विश्वविद्यालय ने कहा हिंदी सहिष्णु भाषा है जिसमें अन्य भारतीय भाषाओं को समाहित करने की क्षमता है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोरा की अध्यक्षता में राजभाषा पखवाड़ा 2021 का आयोजन किया गया। कोलकाता स्थित पूर्व रेलवे के मुख्यालय में आयोजित राजभाषा पखवाड़ा का शुभारंभ सरस्वती प्रतिमा पर पुष्प अर्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में डा जयदीप गुप्ता, मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर, पूर्व रेलवे ने बालकोनी पौधा प्रदान कर अरुण अरोरा, महाप्रबंधक एवं अनीत दुलत, अपर महाप्रबंधक एवं डॉ. राम आह्लाद चौधरी, व्याख्याता, हिंदी विभाग, कलकत्ता विश्वविद्यालय का स्वागत किया।
तत्पश्चात् महाप्रबंधक ने “राजभाषा दीर्घा” नामक पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने हिंदी दिवस संदेश के माध्यम से अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि हिंदी आज आम बोल-चाल की भाषा है एवं हिंदी के माध्यम से रेलवे देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है, का आह्वान किया। उन्होंने रेलवे कर्मियों से कार्यस्थल से लेकर आम बोलचाल में हिंदी के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर जोर दिया।
मुख्य राजभाषा अधिकारी ने इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का हिंदी दिवस संदेश का वाचन किया। डॉ. राम आह्लाद चौधरी, व्याख्याता, कलकत्ता विश्वविद्यालय ने कहा कि हिंदी एक सहिष्णु भाषा है जिसमें अन्य भारतीय भाषाओं को अपने में समाहित करने की क्षमता है। अधिकारियों के लिए एक हिंदी प्रश्न मंच का भी आयोजन किया गया था जिसमें सभी उपस्थित अधिकारीवृंद भाग लिए तथा उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। महाप्रबंधक द्वारा इस मौके पर रेलवे बोर्ड का व्यक्तिगत नकद पुरस्कार योजना के अंतर्गत पुरस्कृत अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रशस्ति प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया। अंत में प्रेम चंद डांग, उप महाप्रबंधक/राजभाषा, पूर्व रेलवे ने धन्यवाद ज्ञापित किया।