बंगाल में निगम चुनाव में भाजपा का उम्मीदवार बनाने के लिए मांगें गए एक लाख रुपये, वीडियो वायरल

टीएमसी ने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर लगाया आरोप भाजपा ने कहा- पार्टी को बदनाम करने के लिए की गई है साजिश टीएमसी ने आरोप लगाया कि भाजपा सुकांत मजूमदार के नाम पर प्रति उम्मीदवार एक लाख की मांग कर रही है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 02:09 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 02:10 PM (IST)
बंगाल में निगम चुनाव में भाजपा का उम्मीदवार बनाने के लिए मांगें गए एक लाख रुपये, वीडियो वायरल
बंगाल में निगम चुनाव में भाजपा का उम्मीदवार बनाने के लिए मांगें गए एक लाख रुपये,

राज्य ब्यूरो कोलकाता। बंगाल विधासनभा चुनाव के पराजय के बाद अब प्रस्ताव हावड़ा और कोलकाता नगर निगम चुनाव के पहले भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए एक लाख रुपये मांगी गई है। इस बाबत एक वीडियो लगातार वायरल हो रहा है और टीएमसी ने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर यह आरोप लगाया गया है। हालांकि जागरण ने इस वीडियो की सत्यता की जांच नहीं की है, लेकिन इस वीडियो के वायरल होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है।

वीडियो में भाजपा नेता प्रीतम सरकार की आवाज सुनाई दे रही है, जो एक भाजपा उम्मीदवार से बात करते सुनाई दे रहे हैं। इसमें वह दक्षिण कोलकाता के भाजपा के अध्यक्ष शंकर सिकदर और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नाम का भी जिक्र किया गया है। टीएमसी ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नाम पर प्रति उम्मीदवार एक लाख की मांग कर रही है। भाजपा कार्यकर्ता प्रीतम एक लाख प्रति उम्मीदवार पर 12 सीटों की पेशकश करने के लिए तैयार हैं। हालांकि प्रीतम सरकार ने इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा को बदनाम करने के लिए यह किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भी भाजपा अध्यक्ष के नाम पर पोस्टर लगाए गए थे। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दक्षिण कोलकाता भाजपा के अध्यक्ष शंकर सिकदर ने कहा कि यह साजिश चल रही है। कई प्रीतम सरकार हैं। वह इस घटना से किसी प्रकार से युक्त नहीं है। दूसरी ओर, बंगाल भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि प्रीतम सरकार ने विधानसभा के पहले भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन यह उनकी आवाज है या नहीं, वह नहीं जानते हैं। पार्टी पूरे मामले की जांच कर रही है। दूसरी ओर, टीएमसी ने दावा किया है कि पैसे के बल पर किस तरह से टिकट का वितरण किया जा रहा है। बता दें कि इसके पहले पूर्व राज्यपाल तथागत राय ने भी विधानसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवार बनाये जाने के समय पैसे लेने का आरोप लगाया था। 

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