बंगाल विधानसभा में पार्थ चटर्जी, शोभनदेव चटर्जी, शशि पांजा, मदन मित्रा सहित 143 नवनिर्वाचित विधायकों को दिलाई शपथ
ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के अगले दिन गुरुवार को बंगाल विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण भी शुरू हुआ। प्रोटेम स्पीकर सुब्रत मुखर्जी ने पहले दिन कुल 143 नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा में शपथ दिलाई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के अगले दिन गुरुवार को बंगाल विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण भी शुरू हुआ। प्रोटेम स्पीकर सुब्रत मुखर्जी ने पहले दिन कुल 143 नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा में शपथ दिलाई। इनमें सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के 139 एवं भाजपा के चार सदस्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कुछ देर के लिए शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई और फिर राज्य सचिवालय नवान्न के लिए निकल गईं।
एक अधिकारी ने बताया कि शपथ ग्रहण का पूरा कार्यक्रम कोविड प्रोटोकॉल का अनुसरण करते हुए आयोजित हुआ है। उन्होंने बताया कि पहले दिन 143 विधायकों को शपथ दिलाई गई, इनमें से ज्यादातर कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली और झाड़ग्राम जिले के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों से निर्वाचित हुए हैं। दिन के आधे पहर में 74 विधायकों ने शपथ ली और शेष विधायक दूसरे पहर में शपथ ग्रहण किया। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी, शोभनदेव चट्टोपाध्याय शशि पांजा, मदन मित्रा और निर्मल माजी ने सबसे पहले शपथ ली। इनमें मदन मित्रा को छोड़ सभी पिछले मंत्रिमंडल के भी सदस्य थे। वहीं, भाजपा से पहले दिन चार सदस्यों ने शपथ ली जिनमें नंदीग्राम में ममता बनर्जी को हराने वाले सुवेंदु अधिकारी समेत अभिनेता हिरण चटर्जी, अशोक डिंडा एवं तापसी मंडल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह शनिवार तक जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटें हासिल करते हुए प्रचंड जीत दर्ज की है। वहीं, भाजपा 77 सीटें जीतकर राज्य विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी है। कांग्रेस और वाम दल आपना खाता भी नहीं खोल सके। राज्य में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं, हालांकि 292 पर ही चुनाव हुआ है। मुर्शिदाबाद जिले की दो सीटों जंगीपुर और शमशेरगंज में चुनाव से पहले दो उम्मीदवारों की मौत हो गई। इस वजह इन दोनों सीटों पर चुनाव नहीं हो सका।