कोरोना के चलते लगभग नौ माह बाद बंगाल के उपनगरीय खंड में फिर से शुरू हुई गैर उपनगरीय लोकल ट्रेन सेवा
पूर्व रेलवे की ओर से फिलहाल 54 गैर उपनगरीय पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएंगी। फिलहाल कुल 54 गैर उपनगरीय पैसेंजर ट्रेनें (27 जोड़ी) चलाई जाएंगी। इनमें से हावड़ा डिवीजन में 30 ट्रेनें (15 जोड़ी) आसनसोल डिवीजन में 22 ट्रेनें (11 जोड़ी) और मालदा डिवीजन में दो ट्रेनें (एक जोड़ी) चलेंगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना के चलते लगभग नौ महीने बाद बुधवार को बंगाल में गैर उपनगरीय खंड में फिर से लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू हो गई। इससे पहले पिछले महीने राज्य में सीमित संख्या में उपनगरीय लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू की गई थी। पूर्व रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, उसके अधिकार क्षेत्र में फिलहाल कुल 54 गैर उपनगरीय पैसेंजर ट्रेनें (27 जोड़ी) चलाई जाएंगी। इनमें से हावड़ा डिवीजन में 30 ट्रेनें (15 जोड़ी), आसनसोल डिवीजन में 22 ट्रेनें (11 जोड़ी) और मालदा डिवीजन में दो ट्रेनें (एक जोड़ी) चलेंगी।
चार यात्री ट्रेनें अजीमगंज-रामपुरहाट शाखा पर चलेंगी
विज्ञप्ति के अनुसार, हावड़ा डिवीजन की 30 ट्रेनों में से आठ ट्रेनें बर्दवान-रामपुरहाट शाखा पर, आठ ट्रेनें रामपुरहाट- गुमानी शाखा पर और दो रामपुरहाट-दुमका-जसीडीह शाखा पर चलेंगी। लंबे समय से चली आ रही मांग के अनुपालन में कटवा-अजीमगंज शाखा पर आठ ट्रेनें चलेंगी। वहीं, चार यात्री ट्रेनें अजीमगंज-रामपुरहाट शाखा पर चलेंगी।
मालदा-बरहरवा शाखा में दो ट्रेनें शुरू करने की योजना
22 आसनसोल में से आठ ट्रेन बर्दवान-आसनसोल शाखा में, चार-चार अंडाल-सैंथिया, आसनसोल-धनबाद, आसनसोल-जसीडीह-झाझा शाखाओं में चलेंगी। अंडाल-जसीडीह लाइन पर दो पैसेंजर ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है। पूर्व रेलवे मालदा डिवीजन की मालदा-बरहरवा शाखा में दो ट्रेनें शुरू करने की योजना बना रहा है।
सुरक्षा नियमों के लिए अतिरिक्त आरपीएफ जवान तैनात
पूर्व रेलवे के सूत्रों के अनुसार, बुधवार से सेवा शुरू करने के लिए ट्रेनों को पहले ही सैनेटाइज कर दिया गया है। प्लेटफॉर्म और टिकट काउंटर भी कीटाणुनाशक से साफ किए गए हैं। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए गोल सर्कल बना दिया गया है। यात्रियों को स्टेशन के प्रवेश द्वार पर थर्मामीटर से जांच की जाएगी। उसी समय मास्क अनिवार्य रूप से होगा, अन्यथा स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बताया गया है कि कोरोना वायरस सुरक्षा नियमों की निगरानी के लिए अतिरिक्त आरपीएफ जवान तैनात किए जाएंगे।