West Bengal: बंगाल के श्रम राज्य मंत्री पर हमले की घटना की एनआइए करेगी जांच
17 फरवरी को निमतिता रेलवे स्टेशन पर जाकिर हुसैन पर बमों से किया गया था हमला मुख्यमंत्री ने वारदात को बताया था सोची-समझी साजिश।हमलावर बम फेंकने के बाद अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए थे। हमले में मंत्री गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के श्रम राज्य मंत्री जाकिर हुसैन पर हमले की घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) तफ्तीश करेगी। मंगलवार को एनआइए के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि इस मामले में अब तक एक चश्मदीद गवाह के बयान के आधार पर मुर्शिदाबाद जिले के अजीमगंज जीआरपी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि गत 17 फरवरी को निमतिता रेलवे स्टेशन पर श्रम राज्य मंत्री पर बमों से हमला किया गया था, जब वे कोलकाता जाने के लिए ट्रेन पकड़ने जा रहे थे। हमलावर बम फेंकने के बाद अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए थे। हमले में मंत्री गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। उन्हें पहले जंगीपुर सब डिवीजनल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, फिर बेहतर इलाज के लिए कोलकाता लाया गया था।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल जाकर अपने मंत्री का हालत का जायजा लिया था। उन्होंने इसके पीछे सोची-समझी साजिश करार दिया था और घटना की जांच का जिम्मा सीआइडी को सौंपा था। ममता ने इसमें रेलवे की भी लापरवाही बताई थी। उन्होंने कहा था कि घटना के समय स्टेशन पर रेलवे का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। दूसरी तरफ रेलवे ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कानून-व्यवस्था को राज्य का मामला बताया था। तृणमूल के नेता और मंत्री मलय घटक ने इस हमले के लिए पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जिम्मेदार ठहराया था।