नौसेना ने बंगाल में अपने प्रतिष्ठानों के तीन किमी के दायरे में ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगाई
नौसेना प्रतिष्ठानों के तीन किमी के दायरे को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया ड्रोन हमलों व इनके दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए नौसेना ने उठाया सख्त कदम ड्रोन हमलों व इनके दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए नौसेना ने ऐहतियात के तौर पर ये कदम उठाया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। भारतीय नौसेना ने कोलकाता सहित पूरे बंगाल में अपने प्रतिष्ठानों के तीन किलोमीटर के दायरे में कोई भी अधिकृत ड्रोन या मानवरहित विमान (यूएवी) उड़ाने पर शुक्रवार को पाबंदी लगा दी। नौसेना ने एक बयान में कहा कि बंगाल में नौसेना प्रतिष्ठानों, इकाइयों और संपत्तियों के तीन किमी के दायरे को ‘उड़ान वर्जित क्षेत्र’ (नो फ्लाइंग जोन) निर्धारित किया गया है और इसमें ड्रोन जैसी गैर पारंपरिक हवाई वस्तुओं की उड़ान पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
नौसेना ने कहा, ‘‘सभी लोगों या असैन्य एजेंसियों को किसी भी कारण से क्षेत्र के अंदर ड्रोन उड़ाने से निषिद्ध किया जाता है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘नौसेना इन इलाकों में बगैर अनुमति के उड़ाये जाने वाले यूएवी को जब्त करने या नष्ट करने का अधिकार रखती है। इन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले संचालकों पर कानून के संबद्ध प्रावधानों के तहत मुकदमा किया जाएगा।’’
एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि ड्रोन हमलों व इनके दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए नौसेना ने ऐहतियात के तौर पर ये कदम उठाया है। दरअसल पिछले महीने 27 जून को जम्मू में वायुसेना के एक तकनीकी हवाईअड्डे पर ड्रोन से हमला किया गया था। ड्रोन से हमले का देश में यह पहला वाकया था। इसके बाद से देश भर में रक्षा प्रतिष्ठानों को सतर्क कर दिया गया है।