त्रिपुरा में तृणमूल महासचिव अभिषेक का भारी विरोध, भाजपा कार्यकर्ताओं ने काफिला रोकने की कोशिश की
बंगाल चुनाव में जीत के बाद भाजपा शासित त्रिपुरा में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनसंपर्क बढ़ाने के लिए सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर गए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को पूर्वोत्तर के इस राज्य में भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल चुनाव में जीत के बाद भाजपा शासित त्रिपुरा में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनसंपर्क बढ़ाने के लिए सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर गए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को पूर्वोत्तर के इस राज्य में भारी विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने त्रिपुरा के अगरतला हवाई अड्डे से त्रिपुरेश्वरी मंदिर जाते समय अभिषेक के काफिले को कई बार रोकने की कोशिश की और गो बैक के नारे भी लगाए।
अभिषेक ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडों से उनकी गाड़ी पर हमला किया और मंदिर जाने से रोकने की कोशिश की। हालांकि पुलिस के अनुसार वाहन को कोई नुकसान नहीं हुआ। अभिषेक ने घटना का एक वीडियो भी ट्विटर पर साझा करते हुए त्रिपुरा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने इसमें तंज कसते हुए कहा कि त्रिपुरा में भाजपा के शासन में लोकतंत्र! राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री बिप्लव देव को शाबाशी। बाद में जब अगरतला से करीब 60 किलोमीटर दूर उदयपुर में त्रिपुरेश्वरी मंदिर में पूजा के लिए अभिषेक पहुंचे तो वहां भी भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और गो बैक के नारे लगाए।
इसके बाद वहां मौजूद टीएमसी समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी जिसके चलते तनाव पैदा हो गया। बाद में अगरतला में एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित करते हुए अभिषेक ने भाजपा पर करारा वार किया। उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि त्रिपुरा में भी भाजपा की विदाई का घंटा बज चुका है। उन्होंने दावा किया कि 2023 में त्रिपुरा में भी टीएमसी की सरकार बनेगी।
'हमले से टीएमसी को रोका नहीं जा सकता'
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस में दूसरे नंबर के नेता अभिषेक ने भाजपा को चेतावनी दी कि इस तरह के हमले से टीएमसी को रोका नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा के कुशासन से टीएमसी त्रिपुरा के लोगों को आजादी दिलाएगी। अभिषेक ने इसके साथ ही भाजपा को वहां की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए कांग्रेस व वाम दलों से भी टीएमसी का हाथ मजबूत करने की अपील की।
अभिषेक ने वहां अपने पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी की। उल्लेखनीय है कि अभिषेक का यह दौरा अगरतला के एक होटल में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की आइपैक टीम को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए पुलिस द्वारा क्वारंटाइन करने से उपजे विवाद के कुछ दिन बाद ही हुआ है। इस घटना के बाद से टीएमसी नेता एक-एक कर त्रिपुरा का दौरा कर रहे हैं।