पारा शिक्षकों ने आदिगंगा में उतरकर ममता सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन, पांच गिरफ्तार

प्रदर्शनकारियों ने नदी के रास्ते मुख्यमंत्री के घर का रूख करने की भी कोशिश की पुलिस ने उन्हें नदी से निकाला।जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप। खबर पाकर कोलकाता पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा भी मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारी बोले-उनके पास ओर विकल्प नहीं था।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 16 Feb 2021 10:28 PM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 10:28 PM (IST)
पारा शिक्षकों ने आदिगंगा में उतरकर ममता सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन, पांच गिरफ्तार
मुख्यमंत्री ममता के आवास के पास आदि गंगा पहुंच गया और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पारा शिक्षकों ने सरस्वती पूजा के दिन ममता सरकार का विरोध जताने के लिए अभिनव तरीका अपनाया। वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित घर के पास बहने वाली आदिगंगा में उतरकर प्रतिवाद किया। उन्होंने नदी के रास्ते उनके घर का रूख करने की भी कोशिश की। पुलिस ने उन्हें नदी से निकाला। खबर पाकर कोलकाता पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पांच शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। 

राज्य सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध-प्रदर्शन 

विरोध-प्रदर्शन करने वालों में 'शिक्षा मित्र व गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के शिक्षक शामिल हैं। उनका आरोप है कि 2014 के अप्रैल महीने से उन्हेंं वेतन नहीं मिल रहा है। मंगलवार सुबह इन पारा शिक्षकों ने ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। उनका एक समूह बिना इजाजत लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास आदि गंगा पहुंच गया और नदी में उतरकर राज्य सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध-प्रदर्शन किया। 

जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप

प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कालीघाट स्थित आदिगंगा नदी को पार कर ममता के आवास तक पहुंचने की भी कोशिश की। उन्होंने गले में प्लेकार्ड्स लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। मुख्यमंत्री के आवास के पास हो रहे इस प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। विरोध-प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही कोलकाता पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा तुरंत कालीघाट पहुंच गए। 

प्रदर्शनकारी बोले-उनके पास ओर विकल्प नहीं था 

पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पांच शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि शिक्षकों ने विरोध-प्रदर्शन के लिए कोई सूचना नहीं दी थी इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि उनके पास ऐसा करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं रह गया था।

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