बंगाल के होटलों व रेस्तरांओं में बेचा जा रहा यास तूफान में मरे हुए जानवरों का मांस, मुख्यमंत्री ममता ने किए कार्रवाई के निर्देश

26 मई को आए यास चक्रवात में मारे गए जानवरों का मांस बंगाल के होटलों व रेस्तरांओं में बेचे जाने की खबर आ रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को होटलों और रेस्तरां में मांस खाने को लेकर सतर्क किया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 05:55 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 05:55 PM (IST)
बंगाल के होटलों व रेस्तरांओं में बेचा जा रहा यास तूफान में मरे हुए जानवरों का मांस, मुख्यमंत्री ममता ने किए कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को होटलों और रेस्तरां में मांस खाने को लेकर सतर्क किया

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः 26 मई को आए यास चक्रवात में मारे गए जानवरों का मांस बंगाल के होटलों व रेस्तरांओं में बेचे जाने की खबर आ रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को होटलों और रेस्तरां में मांस खाने को लेकर सतर्क किया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन जगहों पर छापेमारी करें, जहां इस तरह के मांस को स्टोर किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि ऐसे भी लोग हैं, जो मरे हुए जानवरों का मांस होटलों और रेस्तरांओं को बेच देते हैं। इसके बाद यही ग्राहकों को परोस दिया जाता है। पहले भी इस तरह के एक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था।

गौरतलब है कि अप्रैल 2018 में बंगाल पुलिस ने कोलकाता के पास एक रैकेट का पर्दाफाश किया था, जो मरने के बाद डंपिंग ग्राउंड(भंगाड़) में फेके गए जानवरों का मांस का धंधा करता था। जांच में यह बात सामने आई थी कि मरे हुए जानवरों के मांस को केमिकल डालकर प्रोसेस्ड किया जाता था। इसके बाद ज्‍यादा तापमान में रखा जाता था. फिर उसे होटलों, रेस्तारांओं में बेचा जाता था। उस समय कई हजारों किलोग्राम में ऐसे मांस बरामद हुए थे।

एक बैठक के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने अधिकारियों से कहा कि ऐसी जगहों को चेक करिए, जहां इस तरह के मांस को स्टोर किया जा सकता है और बेचा जा सकता है। अगर ऐसा है तो तुरंत जब्त कर कार्रवाई करें। मरे हुए जानवर को दफना दें। अधिकारियों ने मीटिंग में बताया कि कुछ हजार पशुओं और पोल्ट्री बर्ड्स की यास चक्रवात के चलते मौत हुई है। बंगाल के कई इलाकों में गांवों में इसके चलते बाढ़ जैसी स्थिति थी।

इसकी वजह से भी बड़ी संख्या में पशुओं और पक्षियों की मौत हुई है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उन मरे हुए जानवरों व पक्षियों के मांस को स्टोर कर रखा गया है जिसे होटलों व रेस्तरांओं तक पहुंचाया जा रहा है। हालांकि कोरोना लॉकडाउन के कारण 16 मई से ही बंगाल में रेस्तरां व होटल बंद थे। अभी पिछले सप्ताह ही तीन घंटे के लिए राज्य सरकार ने होटलों व रेस्तारांओं को खोलने की अनुमति दी है।

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