कूचबिहार गोलीकांड पर ममता बोलीं- केंद्र सरकार की पुलिस की गोली से गई लोगों की जान, प्लान करके अंजाम दी गई घटना
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत शनिवार को कूचबिहार के शीतलकूची में फायरिंग में पांच तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत शनिवार को कूचबिहार के शीतलकूची में फायरिंग में पांच तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि आज जब मैं सिलीगुड़ी आ रही थी तो एक भीषण, दुखद, आतंकित कर देने वाली व गणतंत्र की हत्याकारी घटना की खबर मिली। सुबह जब मैंने मीटिंग शुरू की तभी से बुरी खबर आने लगी। सुबह में शीतलकूची में पहले एक कार्यकर्ता की जान गई। उसके बाद एक एक कर हमारे चार कार्यकर्ताओं की हत्या हुई। पुलिस की गोली से, केंद्र सरकार की पुलिस की गोली से।
वह इस दिन सिलीगुड़ी के एक होटल में संवाददाताओं को संबोधित कर रही थीं। रविवार को चुनाव प्रचार हेतु ममता बनर्जी शनिवार को यहां सिलीगुड़ी पहुंची हैं और एक होटल में ठहरी हुई हैं। वहीं उन्होंने इस दिन संवाददाता सम्मेलन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा जानती है कि वह हार रही है और हारेगी। इसीलिए भाजपा केंद्र सरकार व प्रत्येक भाजपाई राज्य सरकार को लेकर बंगाल में डेरा जमाए हुए है। यहां-वहां घूम रही है और आतंक फैला रही है। इसके लिए अमित शाह खुद जिम्मेदार हैं। वह खुद षडयंत्रकारी हैं। वह खुद रोज षडयंत्र कर रहे हैं। मैं सेंट्रल फोर्स को जिम्मेदार नहीं ठहरा रही, इस कारण से कि वे लोग एक आदमी के निर्देश पर चलते हैं। वे गृह मंत्री के निर्देश पर चलते हैं। यहां अघोषित 356 (आपातकाल) चल रहा है।
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कूचबिहार में भी जो एसपी आए हैं वह हम लोगों की अनुशंसा वाले नहीं बल्कि चुनाव आयोग की अनुशंसा वाले एसपी हैं। वे लोग प्लान करके ऐसी घटना को अंजाम दिए हैं। यह मेरा दृढ़ विश्वास है। मैं इसे लेकर पूरी जांच करूंगी। संपूर्ण रूप में करूंगी। हालांकि अभी पुलिस चुनाव आयोग के अधीन है। मैं फिर भी यह बोल रही हूं कि जहां लोगों की जान से खेला जाएगा और पद वाले पदों पर निर्जीव की तरह बैठे रहेंगे तो फिर वहां मेरे लिए करने को कुछ हो जाता है। क्योंकि, मैं राज्य की मुख्यमंत्री हूं।अभी भी निर्वाचित सरकार है।आगामी दिनों भी रहेगी। इसकी सीआईडी एन्क्वायरी करवा कर देखूंगी कि किन लोगों ने किस तरह से ऐसा किया। वह यह भी बोलीं कि, इतने लोग मारे गए और प्रधानमंत्री ने सिलीगुड़ी में कहा कि उन लोगों ने आत्मरक्षा में गोली मारी। आत्मरक्षा में गोली मारना कोई पसंद करता है?
यदि आत्मरक्षा ही थी तो कैसी आत्मरक्षा थी? कौन घायल हुआ? किसको कहां जख्म मिले हैं? हमारे कार्यकर्ताओं ने मोबाइल से तस्वीरें जो ली थीं उसे भी डिलीट करवा दिया गया। इतने पत्रकार हैं, इतनी मीडिया और इतने चैनल हैं, कोई एक तस्वीर नहीं ले पाया? ऐसी कभी हो सकता है? यदि किसी ने हमला किया होता तो उसकी एक तस्वीर नहीं होती? यह एक सजाई हुई घटना है। उत्तर बंगाल शांत जगह है। इसे अशांत करने की कोशिश की जा रही है। मैं सेंट्रल फोर्स को जिम्मेदार नहीं ठहरा रही। मैं बार बार बोल रही हूं। डे वन से बोल रही हूं ये लोग बहुत बढ़ गए हैं। मेरा सेंट्रल फोर्स पर कोई रोष नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि ये लोग बेलगाम हो रहे हैं राजनीतिक निर्देश पर। भाजपा जब गणतांत्रिक रूप से चुनाव नहीं जीत सकती है तब उसका यही काम होता है, खून करो, गोली मारो। इलाका दखल करो। क्यों होगा ऐसा? हर मतदान के पहले आप लोग देखेंगे, 48 घंटे पहले से इलाके में आतंक फैलाया जाता है, सेंट्रल पुलिस जा कर आतंक फैलाती है। यहां तक कि लड़कियों को भी नहीं छोड़ा जाता है। मैं यह बात अभी नहीं नंदीग्राम से बोल रही हूं।
नंदीग्राम के चुनाव ने मेरी आंखें खोल दी। पहले मैं नहीं जानती थी वे लोग इतने खतरनाक हैं। इस तरह से योजना बना कर कार्यों को अंजाम देते हैं और उसके बाद क्लीन चिट दे देते हैं। किसने इतनी छूट दे रखी है। सब कुछ सजा सजाया था। कोई हमला नहीं हुआ। शांतिपूर्ण मतदान चल रहा था। क्यों मतदाताओं को गोली मारी जाएगी? मतदान लोकतंत्र का उत्सव होता है। इसमें यदि कतार में खड़े मतदाताओं को गोली मारी जाएगी तो चुनाव आयोग को क्या कहा जाएगा? आशा करूंगी कि आगे से वे लोग इसका ध्यान रखेंगे। आज की घटना गणतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना थी। मैं पीड़ितों को न्याय दिलवाऊंगी, दिलवा कर रहूंगी।
टीएमसी ने केंद्रीय बलों पर उठाए सवाल
तृणमूल कांग्रेस की नेता डोला सेन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'केंद्रीय बलों ने दो बार गोलाबारी की। माथाभांगा (कूचबिहार) के ब्लॉक 1 में एक की मौत हो गई और 3 लोग घायल हुए, सीतलकुची ब्लॉक में 3 लोगों की मौत हुई और 1 घायल हुआ। केंद्रीय बल लोगों के साथ अन्याय कर रहे हैं, उन्होंने हदें पार कर दी हैं।' गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर एक साजिश चल रही है और आज की घटना इसका एक सबूत है।
मालूम हो कि बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में कई जगहों से हिंसा की खबर आ रही है। कूचबिहार जिला के अंतर्गत शीतलकूची विधानसभा क्षेत्र में तनाव का माहोल बना हुआ है। यहां बूथ 126 पर भाजपा -तृणमूल समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए। तृणमूल कांग्रेस आरोप लगा रही है कि ये गोलीबारी केंद्रीय बलों ने की। इस बीच चुनाव आयोग ने यहां मतदान स्थगित करने का आदेश दिया। आयोग ने विशेष पर्यवेक्षकों की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर यह आदेश दिया। आज शाम 5 बजे तक उनसे और मुख्य चुनाव अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। तृणमूल कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज कोलकाता में चुनाव आयोग से मिलने वाला है।