दुर्गा पूजा से पहले गरीब महिलाओं को साड़ी देंगी ममता, रोम सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करने की जताई इच्छा
कोरोना महामहारी के बीच आर्थिक तंगी से जूझ रही महिलाएं भी पूजा के आनंद से वंचित नहीं रहे। वे भी उत्सव मना सके। इसी विचार के साथ ‘पूजोय दीदीर उपहार’ (पूजा में दीदा का उपहार) महिलाओं को मिलने जा रही हैं। गरीब महिलाओं की सूची तैयार की जा रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः दुर्गा पूजा से पहले जरूरतमंद महिलाओं को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपहार देने जा रही हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जो बेहद ही जरूरतमंद हैं उन्हें राज्य सरकार द्वारा साड़ी दी जाएगी। कोरोना महामारी के बीच आर्थिक तंगी से जूझ रही महिलाएं भी पूजा के आनंद से वंचित नहीं रहे। वे भी उत्सव मना सके। इसी विचार के साथ ‘पूजोय दीदीर उपहार’ (पूजा में दीदा का उपहार) महिलाओं को मिलने जा रही हैं।
बता दें कि लक्ष्मी भंडार योजना भी शुरू की गई है जिसमें सामान्य श्रेणी की महिलाओं को पांच सौ और अनुसूचित जाति, जनजाति की महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति माह दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक साड़ी योजना के लिए राज्य के प्रति ब्लाक में रहने वाली गरीब महिलाओं की सूची तैयार की जा रही है।
विदेश मंत्रालय ने बंगाल की मुख्यमंत्री को रोम जाने की नहीं दी है अनुमति
राज्य ब्यूरो कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता से ही रोम में शांति सम्मेलन को संबोधित करने की इच्छा जाहिर की हैं। ममता को नवंबर में रोम में एक संगठन द्वारा आयोजित शांति सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है, लेकिन केंद्र केंद्र सरकार ने उन्हें रोम जाने की अनुमति नहीं दी है। जानकारी के मुताबिक रोम के संगठन की रजामंदी अथवा अनुमति मिलने पर ममता बंगाल से वर्चुअली शांति सम्मेलन को संबोधित करेंगी।
दरअसल बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रोम के वेटिकन सिटी में छह और सात अक्टूबर को आयोजित एक 'पीस कांफ्रेंस' में जाना था, लेकिन विदेश मंत्रालय ने जाने की अनुमति नहीं दी।
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बंगाल के राज्य सचिवालय नवान्न को पत्र भेजकर अनुमति नहीं मिलने की जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने अनुमति नहीं देने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। यह कार्यक्रम जिस स्तर का है उसके लिए एक राज्य के मुख्यमंत्री की भागीदारी को सही नहीं समझा गया। यह कार्यक्रम एक गैर सरकारी संगठन ने आयोजित किया है। इटली सरकार ने ही ममता बनर्जी से अनुरोध किया था कि वे किसी प्रतिनिधिमंडल के साथ न आएं।
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने तब उद्योग प्रतिनिधिमंडल की मंजूरी का प्रस्ताव दिया और इसके लिए विदेश मंत्रालय से अनुरोध किया, लेकिन मंजूरी नहीं दी गई। इससे पहले भी ममता बनर्जी कई बार विदेश जा चुकी हैं। तीन साल पहले ममता जर्मनी और इटली गई थीं। उस समय उन्होंने जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में इंडो-जर्मन वाणिज्य उद्योग कार्यक्रम में भाग लिया था। उन्होंने मिलान, इटली में आयोजित शारोदत्सव और विश्व बंगाल व्यापार सम्मेलन में भी भाग लिया था। मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश के लिए विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए यह दौरा किया था।
रोम जाने की अनुमति नहीं मिलने पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ममता ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आप मुझे रोक नहीं पाओगे। मैं विदेश जाने के लिए कोई इतनी उत्सुक नहीं हैं, लेकिन यह राष्ट्र के सम्मान की बात थी। आप पूरी तरह से ईर्ष्या की भावना से काम कर रहे हैं।