26 जून को आने वाले उच्च ज्वार को लेकर ममता सरकार हाई अलर्ट पर, लहरों की ऊंचाई बहुत ज्यादा बढ़ने की आशंका

26 जून को आने वाले उच्च ज्वार को लेकर ममता सरकार हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार शाम राज्य सचिवालय नवान्न में इसे लेकर जरूरी बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार को आने वाले उच्च ज्वार से निपटने के लिए हरसंभव व्यवस्था की जा रही है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:50 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:50 PM (IST)
26 जून को आने वाले उच्च ज्वार को लेकर ममता सरकार हाई अलर्ट पर, लहरों की ऊंचाई बहुत ज्यादा बढ़ने की आशंका
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार शाम राज्य सचिवालय नवान्न में इसे लेकर जरूरी बैठक की।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : 26 जून को आने वाले उच्च ज्वार को लेकर ममता सरकार हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार शाम राज्य सचिवालय नवान्न में इसे लेकर जरूरी बैठक की। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार को आने वाले उच्च ज्वार से निपटने के लिए हरसंभव व्यवस्था की जा रही है। प्राकृतिक आपदाएं किसी के बस की बात नहीं होती। उच्च ज्वार के कारण सागर की लहरों की ऊंचाई बहुत ज्यादा बढ़ जाने की आशंका है।

दक्षिण बंगाल की विभिन्न नदियों का जलस्तर एक बार में काफी बढ़ सकता है, जिससे तटीय इलाकों के जलमग्न होने की आशंका है। इस समय बहुत से जिलों में बारिश हो रही है। जिन जिलों में ज्यादा बारिश हो रही है, वहां के डीएम को सतर्क कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हुगली जिले के आरामबाग व खानाकुल, हावड़ा जिले के आमता व बागनान के अलावा पूर्व व पश्चिम बर्द्धमान और बीरभूम जिलों में उच्च ज्वार से भारी नुकसान की आशंका है। ममता ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग तैयार है।

बांधों से पानी छोड़ने को लेकर जरूरी निर्देश दिए गए हैं। परिस्थिति की अच्छी तरह से समीक्षा करने के बाद ही पानी छोड़ने को कहा गया है। पिछले साल में जितनी बारिश हुई है, उतनी इस साल महज 19 दिनों में ही हो गई है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि 26 को आने वाले उच्च ज्वार के समय समुद्र में चक्रवात यास के समय से भी ज्यादा ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इसके बाद 11 जुलाई को एक और उच्च ज्वार आने वाला है, जो इससे भी ज्यादा प्रचंड हो सकता है।

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