आइ-कोर पोंजी घोटाला मामले में बंगाल के मंत्री मानस रंजन भुइयां से करीब दो घंटे तक पूछताछ

आइकोर चिटफंड घोटाले में सोमवार को बंगाल की ममता सरकार के मंत्री मानस भुइयां सीबीआइ के समक्ष पेश नहीं हुए। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था। मानस को सीबीआइ के साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया था।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 07:26 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 10:34 PM (IST)
आइ-कोर पोंजी घोटाला मामले में बंगाल के मंत्री मानस रंजन भुइयां से करीब दो घंटे तक पूछताछ
जांच एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने आइ-कोर पोंजी घोटाला मामले में सोमवार को बंगाल के मंत्री मानस रंजन भुइयां से करीब दो घंटे तक पूछताछ की। जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा के तीन सदस्यीय दल ने जल संसाधन मंत्री से खाद्य भवन स्थित उनके कार्यालय खाद्य में पूछताछ की। तृणमूल कांग्रेस के सबंग से विधायक को कथित तौर पर आइ-कोर के सार्वजनिक कार्यक्रमों में देखा गया था। यह कंपनी अब बंद हो चुकी है और कंपनी पर लोगों को निवेश के बदले अच्छी खासी रकम देने का वादा करके उन्हें ठगने का आरोप है।

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इसी पोंजी घोटाला मामले में मंत्री को नोटिस जारी किया था। आइ-कोर ने धोखाधड़ी करके कई योजनाओं के जरिए जनता से धन इकट्ठा किया है। बताते चलें कि सीबीआइ ने आइ-कोर चिटफंड घोटाला मामले की जांच के सिलसिले में राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी से 13 सितंबर को पूछताछ की थी।

गौरतलब है कि 2015 में आइकोर चिटंफड घोटाला सामने आया था। पहले जांच का जिम्मा सीआइडी को सौंपा गया था, जिसने मामले में आइकोर ग्रुप के प्रमुख अनुकूल माइती, उनकी पत्नी व ग्रुप के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया था। बाद में जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंप दिया गया था।

आइकोर समूह ने बंगाल, ओडिशा, असम, झारखंड और बिहार के लाखों लोगों के करोड़ों रुपये गबन कर लिए हैं। गत 17 अगस्त को ईडी ने आइकोर चिटफंड समूह के प्रमुख रहे दिवंगत अनुकूल माइती की पत्नी कणिका माइती को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने कई सारे दस्तावेज भी जमा कराए हैं जिसमें इन दोनों नेताओं के संबंधों की जानकारी मिली है।

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