Bengal Chunav: प्रचार करने पर 24 घंटे की पाबंदी खत्म होते ही फिर गरजीं ममता, बोलीं- बंगाल को गुजरात नहीं बनने देंगे
बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच आर-पार की लड़ाई चल रही है। आपत्तिजनक बयान को लेकर चुनाव आयोग द्वारा प्रचार करने पर 24 घंटे की लगाई गई पाबंदी खत्म होते ही मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार रात में यहां दो रैलियां कीं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच आर-पार की लड़ाई चल रही है। आपत्तिजनक बयान को लेकर चुनाव आयोग द्वारा प्रचार करने पर 24 घंटे की लगाई गई पाबंदी खत्म होते ही मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार रात में यहां दो रैलियां कीं। रात आठ बजे के ठीक बाद ममता ने कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में भाषण शुरू किया और भाजपा पर जमकर हमला बोला। ममता ने गरजते हुए कहा कि हम किसी भी कीमत पर बंगाल को गुजरात नहीं बनने देंगे। बंगाल गुजरात नहीं बनेगा। मुझे रोकने का कोई फायदा नहीं है।
ममता ने कहा कि मैं स्ट्रीट फाइटर हूं। मैं तुमसे (भाजपा से) युद्ध के मैदान में लडूंगी। भाजपा को मैं बता देना चाहती हूं कि तुम्हारे पास पैसा, होटल और सभी जांच एजेंसियां हैं, लेकिन इसके बाद भी भाजपा ये लड़ाई हार चुकी है, क्योंकि मैं फाइटर हूं। ममता ने बारासात के बाद विधाननगर में रैली को संबोधित किया। बता दें कि एक दिन पहले चुनाव आयोग ने ममता के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया था, जो मंगलवार शाम आठ बजे खत्म हुआ। ममता ने इस फैसले के विरोध में कोलकाता के गांधी मूर्ति के सामने धरने पर बैठ गई थीं।
तीन घंटे के भीतर ही ममता का धरना खत्म
ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में तीन घंटे के भीतर ही अपना धरना खत्म कर दिया। चुनाव आयोग की ओर से उनके प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगाने के बाद ममता कोलकाता के मेयो रोड स्थित गांधी मूर्ति के पास धरने पर बैठी थी। दोपहर 12 बजे से शुरू यह धरना तीन बजे ममता ने समाप्त कर दिया।
चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई ममता बनर्जी के मुस्लिमों से एकजुट होकर तृणमूल के पक्ष में वोट करने की अपील वाले बयान पर की थी। आयोग ने आदेश जारी कर आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में सोमवार रात आठ बजे से मंगलवार रात आठ बजे तक ममता के प्रचार पर रोक लगाने का निर्देश दिया।
इधर, धरना खत्म करने के मौके पर ममता ने एलान किया कि वह कल यानी बुधवार को कूचबिहार में चौथे चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय बल की फायरिंग में मारे गए चार लोगों के परिजनों से मुलाकात करने वहां जाएंगी। बता दें कि ममता घटना के अगले दिन रविवार को ही कूचबिहार जाने वाली थी। लेकिन चुनाव आयोग ने अगले तीन दिनों तक कूचबिहार के शीतलकूची में राजनीतिक दलों के नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। इसकी मंगलवार को समाप्त होने के बाद ममता बुधवार को वहां जाएंगी।
इधर, ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर रोक लगने के बाद तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि भाजपा जानती है कि हम चुनाव जीत रहे हैं। इसलिए ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग की ओर से कार्रवाई हो रही है। ममता बनर्जी का आरोप है कि भाजपा राज्य में हिंसा फैला रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल में बाहरी लोग घुसकर हंगामा कर रहे हैं।
जानें, क्या है मामला
गौरतलब है कि ममता ने गत तीन अप्रैल को हुगली जिले के तारकेश्वर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक समुदाय से उनका वोट बंटने नहीं देने की अपील की थी। बंगाल में विरोधी राजनीतिक दलों, विशेषकर भाजपा ने इसकी चुनाव आयोग से शिकायत की थी।