भाजपा नेता के शव पर ममता की टिप्पणी असंवेदनशील, विरोध में सीएम आवास के नजदीक महिलाओं ने किया प्रदर्शन

ममता बनर्जी द्वारा एक जनसभा में भाजपा कार्यकर्ता के शव की तुलना कथित रूप से कुत्ते के शव से करने के बाद राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी के बाद से भड़की भाजपा ने इसके खिलाफ शनिवार को कोलकाता में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 09:59 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:59 PM (IST)
भाजपा नेता के शव पर ममता की टिप्पणी असंवेदनशील, विरोध में सीएम आवास के नजदीक महिलाओं ने किया प्रदर्शन
विरोध में सीएम आवास के नजदीक महिलाओं ने किया प्रदर्शन

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा एक जनसभा में भाजपा कार्यकर्ता के शव की तुलना कथित रूप से कुत्ते के शव से करने के बाद राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी के बाद से भड़की भाजपा ने इसके खिलाफ शनिवार को कोलकाता में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बंगाल में चुनाव बाद हिंसा में मारे गए करीब 40 भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार की महिलाओं (विधवाओं) ने ममता बनर्जी के आवास से कुछ दूरी पर स्थित हाजरा मोड़ पर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने ममता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस बयान के लिए माफी की मांग की। गौरतलब है कि एक भाजपा नेता के शव के साथ पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं ने गुरुवार शाम में ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास के पास प्रदर्शन किया था। इससे भड़कीं ममता ने शुक्रवार को भवानीपुर में एक चुनावी सभा में कथित रूप से भाजपा नेता के शव की तुलना कुत्ते से करते हुए कहा था कि हम भी चाहेंगे तो भाजपा नेताओं के घर के बाहर मरे हुए कुत्ते को फेंकवा देंगे। ममता के इस बयान पर भाजपा ने जबरदस्त नाराजगी जताई है।

इधर, भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने भी ट्वीट कर ममता के इस बयान को बेहद ही असंवेदनशील बताया है।मालवीय ने लिखा कि यह बेहद शर्मनाक है कि ममता बनर्जी बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता मानस साहा की मौत को लेकर इतना असंवेदनशील बयान दे रही है। उन्होंने मानस साहा के शव की तुलना मरे हुए कुत्ते से की है। ऐसा लग रहा है कि चुनाव के बाद हुई रक्तरंजित हिंसा पर्याप्त नहीं थी। ममता इस तरह का बयान देकर अपनी असंवेदनशीलता दिखा रही हैं।

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