West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल में आठ चरणों में चुनाव पर ममता ने उठाए सवाल, कहा- भाजपा के कहने पर आयोग ने लिया फैसला
West Bengal Assembly Election 2021 चुनाव तारीखों की घोषणा के तुरंत बाद ममता ने संवाददाता सम्मेलन कर चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल में आठ चरणों में चुनाव भाजपा के कहने पर करवाए जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने वही किया जो भाजपा ने कहा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। West Bengal Assembly Election 2021: केंद्रीय चुनाव आयोग ने इस बार बंगाल में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराने का शुक्रवार को एलान किया। आयोग के इस फैसले पर राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने आपत्ति जताते हुए सवाल उठाए हैं। चुनाव तारीखों की घोषणा के तुरंत बाद ममता ने संवाददाता सम्मेलन कर चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल में आठ चरणों में चुनाव भाजपा के कहने पर करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने वही किया जो भाजपा ने कहा। ममता ने सवाल किया कि जब तीन राज्यों में एक चरण में और असम में तीन चरणों में चुनाव कराया जा रहा है तो बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला क्यों लिया गया? अन्य राज्यों की तरह बंगाल में भी एक ही राउंड में वोटिंग क्यों नहीं कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के एक ही जिले में दो-तीन चरणों में चुनाव क्यों कराए जा रहे हैं, यह भाजपा ने जानबूझकर करवाया है। उन्होंने दक्षिण 24 परगना जिले का जिक्र किया जहां तृणमूल मजबूत है और कहा कि इसीलिए वहां तीन राउंड में वोटिंग कराने का निर्णय लिया गया है। ममता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन, भाजपा को बंगाल की जनता जवाब देगी। उन्होंने कहा कि खेल जारी है, हम खेलेंगे और जीतेंगे। इस दौरान ममता ने एक बार फिर बंगाली कार्ड भी खेला और कहा कि बंगाल में कोई बंगाली ही राज करेगा। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार इस चुनाव में अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल नहीं कर सकतीं। हम अपनी लड़ाई लड़ लेंगे। ममता ने पीएम मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि आप पीएम के तौर पर अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन भाजपा नेता के तौर पर ऐसा न करें। यदि आपको लगता है कि बंगाल को आप दबा लेंगे तो हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम भगोड़े नहीं हैं, बल्कि हम जमीनी लोग हैं। हमें यहां की जमीनी हकीकत पूरी तरह पता है। बंगाल में हमेशा से कई चरणों में मतदान होता रहा है। 2016 में यहां सात चरणों में चुनाव हुआ था।
बंगाल में शुक्रवार को आठ चरणों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से ठीक पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां पश्चिम बंगाल शहरी रोजगार योजना के अंतर्गत कुशल, अर्धकुशल और अकुशल कामगारों के वेतन में बढ़ोतरी की घोषणा की। ममता ने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि उनकी इस घोषणा से बंगाल में 56,500 से अधिक दिहाड़ी मजदूर लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इसके लिए वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में प्रावधान किया गया है।
इधर, भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान पर कहा कि मैं चुनाव आयोग से अपेक्षा करता हूं कि चुनाव शांतिपूर्ण हो। इसके लिए आप अतिरिक्त बल के साथ अतिरिक्त अधिकारियों की भी नियुक्ति करे, ताकि लोग निर्भीक होकर मतदान कर सके।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान पर कहा कि कांग्रेस डट के मुकाबला करेगी। कांग्रेस पार्टी का प्रयास होगा हम पांचों राज्यों में चुनाव लडेंगे और अच्छा करेंगे। हमारा प्रयास होगा कि कांग्रेस की विजय हो जाए।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव होगा। पहला चरण- 27 मार्च को होगा, दूसरा- एक अप्रैल, तीसरा- छह अप्रैल, चौथा- 10 अप्रैल, पांचवां चरण- 17 अप्रैल, छठा चरण- 22 अप्रैल, सातवां चरण- 26 अप्रैल, आठवें चरण का मतदान- 29 अप्रैल को होगा।